महाकुंभ नगर, 3 फरवरी (आईएएनएस)। आचार्य रामभद्राचार्य सोमवार को महाकुंभ में स्नान करने के लिए पहुंचे। इसके बाद उन्होंने मीडिया से विभिन्न विषयों पर बातचीत की।
सरस्वती पूजा के संदर्भ में उन्होंने कहा कि आज का दिन विशेष महत्व रखता है, क्योंकि आज ही के दिन देवी सरस्वती प्रकट हुई थीं। ऐसे में आज के दिन स्नान करने का विशेष महत्व है। इसी को देखते हुए आज मैंने कई बार स्नान किया। हर बार स्नान करने पर मुझे अमृत का अनुभव हुआ।
उन्होंने कहा कि यह दिन ज्ञान, संगीत और कला की देवी सरस्वती की पूजा का दिन है। विशेष रूप से छात्रों के लिए यह दिन बहुत खास है, क्योंकि सरस्वती जी से ज्ञान की प्राप्ति होती है और उनका आशीर्वाद छात्रों की सफलता के लिए अहम माना जाता है।
उन्होंने मौनी अमावस्या के दिन हुए हादसे को लेकर कहा कि वो संयोग था। पीड़ित परिवारों के प्रति हमारी संवेदना है ।
बाबा बागेश्वर के बयान को लेकर आचार्य रामभद्राचार्य ने कहा कि वो मोक्ष के दाता नहीं हैं। उनकी बातें ठीक नहीं हैं। हमारी पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना है।
दरअसल, बागेश्वर बाबा ने महाकुंभ में जान गंवाने वाले लोगों के बारे में कहा था कि उन्हें मोक्ष प्राप्ति हो गई।
उनके इस बयान पर आचार्य रामभद्राचार्य ने यह प्रतिक्रिया दी।
आचार्य ने आगे कहा कि आज का दिन विशेष रूप से छात्रों के लिए बहुत महत्व रखता है। वे सरस्वती माता की पूजा करें और उनके आशीर्वाद से अपनी शिक्षा में सफलता प्राप्त करें।
साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि हमें एक-दूसरे के साथ सहकार्य और सहयोग करना चाहिए, जिससे जीवन में हर प्रकार की सफलता हासिल हो सके।
उन्होंने कहा कि आज का दिन सभी को शुभ और मंगलमय हो, और विशेष रूप से छात्रों को उनके भविष्य में सफलता मिले। हमारी ईश्वर से यही कामना है।