प्रयागराज, 4 फरवरी (आईएएनएस)। 13 जनवरी से उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में आयोजित भव्य महाकुंभ में अब तक लगभग 37 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई है। तीन अमृत स्नान संपन्न हो चुके हैं। लेकिन, श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी है। हालांकि, अब साधु-संत लौटने की तैयारी करने लगे हैं।
दरअसल, महाकुंभ में वसंत पंचमी का अमृत स्नान 3 फरवरी को संपन्न हो हुआ। साधु-संतों और नागा संन्यासियों ने स्नान किया और अब वे वाराणसी के लिए प्रस्थान की तैयारी कर रहे हैं। वे वहां अनुष्ठान करेंगे, शिवरात्रि और होली मनाएंगे और उसके बाद हरिद्वार जाएंगे।
निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत राम रतन गिरी महाराज ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बातचीत करते हुए कहा कि हमारे पुजारी अनुष्ठान करते हैं और हमारे देवताओं की पूजा की जाती है। हमारा मुख्य उद्देश्य तीन अमृत स्नान पूरा करना था, जो अब पूरे हो गए हैं। कल शुभ मुहूर्त तय करने के बाद हम अन्य संन्यासियों और अखाड़ों के साथ बनारस के लिए रवाना होंगे। महाशिवरात्रि आ रही है और प्रयागराज से हम साधु-संत वाराणसी जाएंगे। वहां होली खेलेंगे। वाराणसी में बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने के लिए लोग देशभर से आते हैं। हम लोग महाकुंभ में हैं और यहां से वहा जाने की तैयारी करेंगे। जिस दिन अच्छा मुहूर्त होगा, हम लोग प्रस्थान करेंगे।
दूसरी तरफ संगम में डुबकी लगाने आए श्रद्धालुओं ने योगी सरकार की व्यवस्थाओं की सराहना की है। एक श्रद्धालु ने कहा कि यहां हर व्यवस्था बेहतरीन है। कहीं, कोई किसी प्रकार की असुविधा नहीं है।