हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में बुधवार से खूब उड़ेगा गुलाल, तैयारियां खास

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कुल्लू, 11 मार्च (आईएएनएस)। भगवान रघुनाथ की नगरी कुल्लू में 12 मार्च को छोटी और 13 मार्च को बड़ी होली धूमधाम से मनाई जाएगी। होली के इस रंगीन पर्व को लेकर कुल्लू जिले के सभी बाजार सज गए हैं और हर जगह खुशी का माहौल है।

हर साल देशभर में होली का पर्व रंगों से मनाया जाता है, लेकिन कुल्लू की होली का अपना अलग महत्व है। यहां की होली परंपरानुसार बसंत पंचमी से शुरू हो जाती है और लगभग 40 दिनों तक मनाई जाती है। इस खास पर्व में भगवान रघुनाथ की विशेष भूमिका रहती है।

कुल्लू जिला के मुख्यालय ढालपुर में दुकानदारों ने रंग-बिरंगी पिचकारियों और प्राकृतिक तरीके से तैयार किए गए रंगों की दुकानों में खास व्यवस्था की है। इन प्राकृतिक रंगों की बाजार में जबरदस्त डिमांड देखने को मिल रही है और लोग होली के जश्न को लेकर काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं। दुकानदारों ने रंगों और गुलाल की विस्तृत रेंज भी बाजार में उतार दी है।

हालांकि, कुल्लू जिले के बाजारों में चाइनीज पिचकारी, रंग और गुलाल की भरमार है, लेकिन अब लोग प्राकृतिक रंगों को प्राथमिकता देने लगे हैं। इसका कारण यह है कि लोग अब केमिकल रंगों से होने वाले नुकसान से बचने के लिए प्राकृतिक रंगों को तवज्जो दे रहे हैं, ताकि उनके चेहरे और बालों को कोई नुकसान ना हो।

ढालपुर में रंग बेच रहे दुकानदारों का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों में लोगों में जागरूकता आई है और अब लोग ज्यादा से ज्यादा प्राकृतिक रंगों को पसंद कर रहे हैं। कुल्लू जिले के विभिन्न बाजारों में भी तरह-तरह के रंग उपलब्ध हैं और लोग होली की खरीदारी में भी जमकर व्यस्त हैं।