चंडीगढ़, 11 मार्च (आईएएनएस)। पंजाब के कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने मंगलवार को चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी (आप) कार्यालय से मीडिया को संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि आप ने 24 फरवरी से नशे के खिलाफ जंग शुरू की है, जिसका मकसद पंजाब से नशे को जड़ से खत्म करना है। इस मुहिम को बड़े पैमाने पर चलाया जा रहा है और इसके नतीजे भी सामने आ रहे हैं।
चीमा ने बताया कि पंजाब में नशा तस्करी के मामलों में सजा की दर 86 प्रतिशत है, जो भाजपा शासित राज्यों की 52 प्रतिशत की दर से कहीं ज्यादा है। नशे की समस्या से निपटने के लिए सरकार ने एंटी नारकोटिक्स सेल बनाया है, जो सक्रिय रूप से काम कर रहा है। संगरूर और रोपड़ जैसे जिलों में नशा खत्म करने की दर 95 प्रतिशत तक पहुंच गई है, जो इस अभियान की सफलता को दिखाता है।
उन्होंने आंकड़े साझा करते हुए कहा कि अब तक 1072 मामले दर्ज किए गए हैं और 1485 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने 76 किलोग्राम हेरोइन, 950 क्विंटल भुक्की, 50 किलोग्राम अफीम और 50 लाख रुपये की नशीली दवाएं बरामद की हैं। चीमा ने कहा कि ये नतीजे बताते हैं कि आप का यह आंदोलन सही दिशा में चल रहा है।
इस मुहिम को मजबूत करने के लिए चीमा ने जिलों में पांच बैठकें कीं। इसके अलावा, राज्य के अन्य मंत्री भी अधिकारियों के साथ लगातार चर्चा कर रहे हैं। नशा तस्करों पर सख्ती दिखाते हुए देश के कानून के तहत 26 घरों को ध्वस्त किया गया है।
चीमा ने कहा, “जब तक नशा पूरी तरह खत्म नहीं हो जाता, यह जंग जारी रहेगी।” उन्होंने पंजाब की जनता से अपील की कि वे इस मिशन में साथ दें।
चीमा ने कहा, “लोगों को चाहिए कि या तो नशेड़ियों को नशेड़ी कहें या उनकी मदद करें कि वे नशा छोड़ने के लिए केंद्र तक पहुंचें। हमें जैसे ही कोई सूचना मिलती है, हम तुरंत कार्रवाई करते हैं।”