भोपाल, 13 मार्च (आईएएनएस)। होली और जुमे को लेकर देशभर में हो रही सियासत पर अब मध्य प्रदेश सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि जिसको रंग से परहेज है, वह घर से न निकले।
मध्य प्रदेश सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “भारत की परंपरा में सभी लोग होली के महत्व को जानते हैं। होली के त्योहार को सौहार्द का पर्व माना जाता है। कौन किस जाति और धर्म के लोगों को रंग लगा रहा है, कोई भी नहीं पूछता है। किसी को भी रंगों के पर्व से परहेज नहीं करना चाहिए और अगर करता है तो उन्हें अपने घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। जिसको देश के प्रति निष्ठा नहीं है, वह देश के बाहर जा सकता है।”
भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा, “भगवान राम, कृष्ण, महावीर, गौतम बुद्ध और गुरुनानक की धरती पर होली का रंग खेला जाता था और आगे भी खेला जाता रहेगा। होली के रंग से किसी को भी परहेज नहीं होना चाहिए। मैं मुस्लिमों से पूछना चाहता हूं कि जब उनके यहां दूल्हे को हल्दी लगाई जाती है तो हल्दी से परहेज क्यों नहीं है? हल्दी को रंगों में ही गिना जाता है और उससे ही रंग बनता है। उन्हें रंगों से नफरत क्यों है? उनको धरती के त्योहारों से नफरत हो रही है। मैं उनसे यही कहूंगा कि वे देश में धूमधाम और मिलजुलकर रहें। हिंदू खुद ईद की सेवई खिलाने के लिए आएगा। अगर उन्हें रंगों से परहेज है तो घर से न निकलें।”
उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि किसी भी चीज को ढकने की जरूरत नहीं है, क्योंकि मुसलमानों को ईद मनाने और नमाज पढ़ने की पूरी छूट है। मगर रंग में भंग डालने की किसी को भी छूट नहीं है और जो रंग में भंग डालेगा उसे जेल भेज दिया जाएगा।”