भुवनेश्वर, 14 मार्च (आईएएनएस)। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने ओडिशा में 14 से 18 मार्च तक अत्यधिक गर्मी की चेतावनी जारी की है। इस दौरान राज्य के कई हिस्सों में भीषण गर्मी, गर्म रातें और उच्च आर्द्रता का अनुभव होने की संभावना है, जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। खासकर शिशुओं, बुजुर्गों और लंबे समय से बीमार चल रहे लोगों के लिए के लिए।
आईएमडी की भुवनेश्वर शाखा की निदेशक मनोरमा मोहंती ने आईएएनएस से बातचीत में लोगों से सतर्क रहने और जरूरी सावधानी बरतने की अपील की है।
उन्होंने कहा कि ओडिशा में तापमान में जबरदस्त बढ़ोतरी हो रही है और कुछ क्षेत्रों में सामान्य से 5-6 डिग्री सेल्सियस अधिक तापमान रिकॉर्ड किया गया है। उन्होंने सभी से हाइड्रेटेड रहने, दोपहर के समय धूप से बचने और सुरक्षा उपायों का पालन करने की सलाह दी है।
हालिया तापमान के आंकड़ों के मुताबिक, झारसुगुड़ा में राज्य का सबसे उच्चतम तापमान 41.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि फूलबानी में न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस रहा। उत्तरी आंतरिक ओडिशा के कुछ हिस्सों में तापमान में 5-6 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि देखी गई है। इसके अलावा, बौध, बोलनगीर और सुंदरगढ़ में रात के समय भी गर्म मौसम की स्थिति बनी हुई है।
आईएमडी ने 14 से 18 मार्च तक ओडिशा के विभिन्न जिलों में हीट वेव की संभावना जताई है। झारसुगुड़ा, संबलपुर और मयूरभंज में 14 से 16 मार्च के बीच गंभीर हीट वेव का अनुमान है, जबकि 17 मार्च को बौध और सोनपुर में भीषण गर्मी हो सकती है।
इसके अलावा, सुंदरगढ़, बौध, बोलनगीर, क्योंझर, बरगढ़, बालासोर, गजपति, भद्रक, सोनपुर, अंगुल, ढेंकनाल और कालाहांडी में 14 से 18 मार्च के बीच सामान्य हीट वेव का खतरा रहेगा।
आईएमडी ने सभी से धूप से बचने के लिए सुबह 11 बजे से 3 बजे तक बाहर न जाने की सलाह दी है। इसके अलावा, हल्के और ढीले सूती कपड़े पहनने, तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाने, जैसे ओआरएस, नींबू पानी, छाछ और गन्ने का रस पीने व शराब, चाय, कॉफी जैसे पेय से बचने की भी सलाह दी गई है। किसानों को फसलों की सिंचाई सुनिश्चित करने और पशुओं के लिए पानी की व्यवस्था करने की हिदायत दी गई है।
हीटस्ट्रोक के लक्षण जैसे चक्कर आना, मतली और अत्यधिक पसीना आने पर तुरंत चिकित्सा सहायता लेने की सलाह दी गई है।