पटना, 18 अप्रैल (आईएएनएस)। बिहार भाजपा के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने मुर्शिदाबाद हिंसा को इंसानियत और मानवता को शर्मसार करने वाला बताया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक दल तुष्टिकरण के लिए हिंदुओं और मुसलमानों को आपस में लड़वाते हैं।
दिलीप जायसवाल ने कहा कि इस तरह की घटनाएं समाज में हिंदू-मुस्लिम के बीच नफरत फैलाने का काम करती हैं और इसके पीछे ‘इंडी’ गठबंधन और पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार की मंशा हो सकती है। ‘इंडी’ गठबंधन और ममता बनर्जी की सरकार चाहती हैं कि इस देश में हिंदू और मुसलमान के बीच नफरत बढ़े।
उन्होंने कहा कि देश में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी भाई-भाई हैं और देश पर सबका समान अधिकार है। इस घटना के लिए असामाजिक तत्व जिम्मेदार हैं और ऐसे तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई आवश्यक है। ऐसे लोगों का इलाज होने से हिंदू-मुस्लिम के बीच नफरत की खाई कम होगी। उन्होंने कहा कि तुष्टिकरण करने वाले जितने भी नेता हैं, उन्हें अपनी राजनीतिक दुकानदारी चलाने के लिए हिंदू-मुस्लिम का झगड़ा पसंद है।
इसके साथ ही, जायसवाल ने कांग्रेस पर भी तीखा हमला बोला। कांग्रेस द्वारा हाल ही में शुरू किए गए “महिला की बात, कांग्रेस के साथ” कार्यक्रम पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि 65 वर्षों तक सत्ता में रहने वाली कांग्रेस को अब जाकर महिलाओं का सम्मान याद आया। उन्होंने सवाल किया कि आजादी के बाद से अब तक कांग्रेस ने महिलाओं के लिए क्या किया?
उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार में स्थानीय निकाय, नगर निकाय और सरकारी नौकरियों में महिलाओं को आरक्षण दिया गया है। नीतीश कुमार ने शिक्षा संस्थानों में भी महिलाओं के लिए आरक्षण लागू कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। जायसवाल ने जीविका दीदी कार्यक्रम का उल्लेख करते हुए कहा कि इसकी शुरुआत बिहार से हुई, जिसे भारत सरकार ने भी अपनाया। उन्होंने दावा किया कि महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए बिहार जैसा काम किसी अन्य राज्य ने नहीं किया।
आगामी 24 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मधुबनी में होने वाला कार्यक्रम भी चर्चा में है। इस बारे में दिलीप जायसवाल ने बताया कि यह कार्यक्रम पंचायती राज और ग्रामीण विकास को समर्पित है, जो पंचायती राज दिवस के अवसर पर आयोजित किया जा रहा है। मधुबनी के झंझारपुर में सुबह 10 बजे होने वाले इस कार्यक्रम में लाखों की संख्या में पंचायती राज प्रतिनिधि और बिहार की जनता हिस्सा लेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का संबोधन बिहार के लिए सकारात्मक ऊर्जा का संचार करेगा और राज्य को प्रगति के पथ पर आगे ले जाएगा। सरकार सामाजिक सद्भाव, महिला सशक्तीकरण और ग्रामीण विकास को लेकर प्रतिबद्ध है।