अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस ने पेश किए दमदार नतीजे, मुनाफा 103 प्रतिशत बढ़ा

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अहमदाबाद, 24 अप्रैल (आईएएनएस)। अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (एईएसएल) ने गुरुवार को कहा कि वित्त वर्ष 25 में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 103 प्रतिशत बढ़कर ऑल-टाइम हाई 2,427 करोड़ रुपए पर पहुंच गया है।

इसके साथ ही, जनवरी-मार्च अवधि में कंपनी का मुनाफा 87 प्रतिशत बढ़कर 714 करोड़ रुपए हो गया है।

वित्त वर्ष 25 में अदाणी ग्रुप की कंपनी की कुल आय सालाना आधार पर 42 प्रतिशत बढ़कर 24,447 करोड़ रुपए हो गई है। इसकी वजह ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट्स से आय में इजाफा, मुंबई एवं मुंद्रा में बिजली की रिकॉर्ड बिक्री और स्मार्ट मीटर बिजनेस का अच्छा प्रदर्शन करना है।

कंपनी ने कहा, “वित्त वर्ष 25 में 24,447 करोड़ रुपए की आय में से 5,064 करोड़ रुपए आईएनडी-एएस 115 के तहत सर्विस कंसेशन एग्रीमेंट (एससीए) के तहत आए हैं। यह आंकड़ा वित्त वर्ष 24 में 858 करोड़ रुपए था।”

अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस के सीईओ कंदर्प पटेल ने कहा, “एईएसएल ने वित्त वर्ष 25 में मजबूत परिचालन और वित्तीय प्रदर्शन किया है। यह कठिन प्रोजेक्ट्स को पूरा करने, प्रोजेक्ट्स बोलियों में प्रतिस्पर्धियों से प्रतिस्पर्धा करने और बेहतर प्रदर्शन करने और साथ ही वित्तीय रूप से विवेकपूर्ण बने रहने की अपनी विशिष्ट क्षमता द्वारा समर्थित है। जैसा कि हम अगले वित्तीय वर्ष की शुरुआत कर रहे हैं, कंपनी प्रोजेक्ट्स की कमीशनिंग पर ध्यान केंद्रित कर रही है, मीटर स्थापना में मजबूत वृद्धि के साथ-साथ सभी प्रकार के व्यवसायों में परिचालन दक्षता हासिल कर रही है।”

उन्होंने आगे कहा, “एईएसएल की ट्रांसमिशन ऑर्डर बुक बढ़कर 59,936 करोड़ रुपए की हो गई है। वहीं, कंपनी के लिए डिस्ट्रीब्यूशन बिजनेस में अवसर बढ़ रहे हैं और स्मार्ट मीटर बिजनेस को बढ़ाना है।”

पूरे वित्त वर्ष 25 के लिए ईबीआईटीडीए 23 प्रतिशत बढ़कर 7,746 करोड़ रुपए के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया, जो ट्रांसमिशन सेगमेंट में दोहरे अंकों की आय वृद्धि और मुंबई बिजली वितरण कारोबार के ईबीआईटीडीए में लगातार विस्तार के कारण है।

148 करोड़ रुपए की वन-टाइम रेगुलेटरी आय को हटा दिया जाए तो कंपनी को वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में 566 करोड़ रुपए का फायदा हुआ है, जो सालाना आधार पर 48 प्रतिशत अधिक है।

तिमाही के दौरान, कंपनी ने दो नई ट्रांसमिशन परियोजनाएं हासिल की हैं, जिसमें नवीनल (मुंद्रा) चरण-I भाग बी-1 और महान ट्रांसमिशन लिमिटेड शामिल हैं। इससे वित्त वर्ष 25 में नए जीते गए प्रोजेक्ट्स की संख्या सात तक पहुंच गई, जिसकी कुल लागत 43,990 करोड़ रुपए है।

वित्त वर्ष 25 में कंपनी का पूंजीगत खर्च दोगुना होकर 11,444 करोड़ रुपए पर पहुंच गया है, जो कि वित्त वर्ष 24 में 5,613 करोड़ रुपए पर था।