लखनऊ, 26 फरवरी (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में राज्यसभा चुनाव बड़ा रोचक होता जा रहा है। चुनाव के एक दिन पहले सोमवार को समाजवादी पार्टी की तरफ से बुलाई बैठक में आठ विधायक गायब रहे। उनके शामिल न होने पर सियासी हलकों में चर्चाओं का बाजार गर्म है।
सपा के एक बड़े नेता ने बताया कि सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सोमवार को पार्टी के सभी विधायकों को बुलाया था। उन्हें चुनावी बारीकियां समझाने के लिए बुलाया गया था। लेकिन उसमें ऊंचाहार से सपा के वरिष्ठ विधायक मनोज पांडेय, मुकेश वर्मा (शिकोहाबाद), महाराजी देवी (अमेठी), पूजा पाल (कौशांबी), राकेश पांडेय (अंबेडकर नगर), विनोद चतुर्वेदी (कालपी), राकेश प्रताप सिंह (गौरीगंज), अभय सिंह (गोसाईंगंज) नदारद रहे।
सपा के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने भी आठ विधायकों के बैठक में शामिल न होने की बात स्वीकार की है। हालांकि उन्होंने नाम बताने से मना कर दिया। पार्टी अध्यक्ष द्वारा बुलाई गई बैठक में सपा के आठ विधायकों के शामिल न होने को लेकर तरह-तरह चर्चाओं का बाजार गर्म है।
राज्यसभा के लिए यूपी की 10 सीटों पर मंगलवार को चुनाव होना है। कुल 11 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। सदन में अपने संख्या बल के आधार पर भाजपा सात, जबकि सपा तीन उम्मीदवारों को चुनाव जिता सकती है, लेकिन भाजपा ने संजय सेठ को आठवां उम्मीदवार बनाकर इस मुकाबले को काफी रोचक बना दिया है। अगर भाजपा के आठवें उम्मीदवार के पक्ष में क्रॉस वोटिंग हुई तो सपा को अपने तीसरे प्रत्याशी को जिताने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी।
—- आईएएनएस
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