नई दिल्ली, 3 मार्च (आईएएनएस)। इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) ने रविवार को कहा कि गूगल ने प्ले स्टोर से हटाए गए ज्यादातर ऐप्स की फिर से वापसी नहीं की है।
एसोसिएशन ने इस पर चिंता जताई। एसोसिएशन का कहना है कि वह ऐसे कठोर कदमों को अनुचित और अनुपातहीन मानता है, भले ही कानूनी प्रक्रियाएं अभी भी जारी हैं।
गूगल ने मैट्रिमोनी और शादी डॉट कॉम समेत प्रमुख भारतीय डिजिटल कंपनियों के 12 से अधिक ऐप्स को प्ले स्टोर से डीलिस्टेड कर दिया था। गूगल ने 10 डेवलपर्स के खिलाफ यह कार्रवाई तब की, जब उन्होंने अन्य ऐप स्टोर की भुगतान नीतियों का पालन करने के बावजूद इसकी भुगतान नीति का पालन करने से इनकार कर दिया।
गूगल ने प्ले स्टोर से स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म ऑल्ट, स्टेज और अहा; डेटिंग ऐप ट्रूली मैडली और क्वैक क्वैक; ऑडियो कंटेंट प्लेटफॉर्म कुकू एफएम; सोशल नेटवर्किंग ऐप एफआरएनडी जैसे ऐप्स को हटा दिया था।
रिपोर्ट के अनुसार, आलोचना का सामना करने के बाद टेक दिग्गज ने कुछ ऐप्स जैसे शादी.कॉम, इंफो एज की नौकरी डॉट कॉम, 99एकड़ और नौकरी गल्फ और अन्य को बहाल कर दिया है, लेकिन कई अन्य अभी भी डिलिस्टेड हैं।
उद्योग संस्था ने कहा, ”ऐसे उपाय गूगल द्वारा अन्य देशों में अपनाई जाने वाली पद्धति के विपरीत और भेदभावपूर्ण हैं। उन देशों में उसने ऐप्स डेवलपर्स के साथ नरम रुख अपनाया है।
उद्योग संस्था ने आगे कहा, “यह कहने की जरूरत नहीं कि भारतीय तकनीकी पारिस्थितिकी तंत्र को संरक्षित करने और अनुकूल शर्तें प्रदान करने की जरूरत है, जो भारतीय बाजार की गतिशीलता के अनुरूप हों और देश में एक खुले इंटरनेट पारिस्थितिकी तंत्र की वृद्धि और विकास का समर्थन करें।”
केंद्रीय आईटी और दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को कहा था, ”उन्होंने गूगल को अगले सप्ताह एक बैठक के लिए बुलाया है।”
उन्होंने कहा था, “मुझे उम्मीद है कि गूगल अपने दृष्टिकोण में उचित होगा। हमारे पास एक बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है और उनके हितों की रक्षा करना महत्वपूर्ण है। हम अपने स्टार्टअप इकोसिस्टम की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाएंगे। मुझे भरोसा है कि गूगल इस मामले पर उचित तरीके से विचार करेगा।”
आईएएमएआई ने सरकार की सक्रिय प्रतिक्रिया और समस्या को हल करने में मदद करने की प्रतिबद्धता की सराहना की। साथ ही आईएएमएआई ने फिर से गूगल से ऐप्स बहाल करने और उन्हें प्ले स्टोर पर फिर से सूचीबद्ध करने का आग्रह किया।