मुंबई, 1 अगस्त (आईएएनएस)। भाजपा नेता राज पुरोहित ने मालेगांव विस्फोट मामले में आए कोर्ट के फैसले का स्वागत किया। साथ ही, उन्होंने कांग्रेस पर भी जोरदार निशाना साधा और कहा कि इस पार्टी ने हमेशा से हिंदुओं को टारगेट करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मालेगांव विस्फोट मामले की आड़ में हिंदुओं को आतंकवादी घोषित करने का भरसक प्रयास किया।
उन्होंने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा कि कांग्रेस की तत्कालीन सरकार ने भगवा आतंकवाद की अवधारणा स्थापित करने की कोशिश की, जबकि सच्चाई यह है कि भगवा आतंकवाद नहीं होता है। यही नहीं, इन लोगों ने आरएसएस को भी बदनाम करने की कोशिश की। क्या आज तक दुनिया के किसी भी देश में कोई भगवा आतंकवादी पकड़ा गया? क्या आज तक भारत ने किसी देश पर हमला किया? क्या किसी को पीड़ित बनाने की कोशिश की? इतिहास गवाह है कि आज तक भारत ने किसी पर हमला नहीं किया था, लेकिन पिछले 17 सालों में हिंदुओं को बदनाम करने की कोशिश की गई, उन्हें टारगेट करने की कोशिश की, उनकी गरिमा पर कुठाराघात किया गया। अब कोर्ट ने ‘दूध का दूध और पानी का पानी’ कर दिया। मैं मांग करता हूं कि कांग्रेस को अपने किए पर माफी मांगनी चाहिए और इस बात को स्वीकार करना चाहिए कि उन्होंने हिंदुओं की गरिमा पर प्रहार किया।
दावा किया जा रहा है कि उस समय के एटीएस अधिकारी ने यह कहा था कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार की ओर से उन्हें आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को गिरफ्तार करने का आदेश मिला था। इस पर भाजपा नेता ने कहा कि अगर ऐसा हुआ होता, तो पूरा देश जल जाता। आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ देश की रक्षा कर रहा है। हिंदू समुदाय को जागरूक कर रहा है। हम उन्हें परम पूज्य मोहन भागवत कहते हैं। इस बार आरएसएस को 100 साल पूरे हो जाएंगे। आज दुनिया के हर देश में आरएसएस का काम चल रहा है। यह संगठन समाज के हर वर्ग को फायदा पहुंचाने की दिशा में काम कर रहा है। राम मंदिर का निर्माण कैसा हुआ? निश्चित तौर पर इसका श्रेय आरएसएस को जाना चाहिए। इस बात को खारिज नहीं किया जा सकता है कि आरएसएस इस देश के लोगों की सोई हुई आत्मा को जगाने का काम करता है।
इसके अलावा, उन्होंने साध्वी प्रज्ञा को प्रताड़ित किए जाने के मुद्दा का जिक्र किया और कहा कि उस जेल में बंद साध्वी को बेल्ट से पीटा गया। उन्हें प्रताड़ित किया गया। कर्नल पुरोहित को भी कष्ट झेलना पड़ा। यह सब कुछ तत्कालीन कांग्रेस सरकार के आदेश पर हुआ। कर्नल पुरोहित को तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने तकलीफ दी। लेकिन, राहत की बात है कि 17 साल बाद हमें न्याय मिला है।
साथ ही, उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से भारतीय अर्थव्यवस्था को मृत बताए जाने का राहुल गांधी के समर्थन करने पर रोष जाहिर किया। उन्होंने कहा कि मैंने ऐसा नेता अपने राजनीतिक करियर में आज तक नहीं देखा। आज की तारीख में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत आए दिन आगे बढ़ रहा है। हम हर क्षेत्र में उपलब्धियां हासिल कर रहे हैं। नित दिन कई नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं, लेकिन अफसोस की बात है कि ऐसी स्थिति में भी राहुल गांधी डोनाल्ड ट्रंप के बयान का समर्थन कर रहे हैं।
यह पूछने पर कि क्या मालेगांव ब्लास्ट मामले के संबंध में आए फैसले को अदालत में चुनौती दी जाएगी, तो इस पर उन्होंने सवाल किया कि क्यों दी जाएगी चुनौती? हिंदुओं के दो ही तो देश हैं: एक भारत और दूसरा नेपाल। अब अगर हमारे देश में भी हम सुरक्षित नहीं रहेंगे, तो कहां जाएंगे?
उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां राहुल गांधी पहले चीन और पाकिस्तान का समर्थन करते थे, वहीं आज स्थिति ऐसी बन चुकी है कि वे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान का समर्थन कर रहे हैं। यह कहना अब गलत नहीं होगा कि राहुल गांधी मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य में अपनी प्रासंगिकता खो चुके हैं। उन्हें अब कोई गंभीरता से नहीं ले रहा है। मुझे लगता है कि अब राहुल गांधी को झूठ फैलाने के आरोप में गिरफ्तार कर लेना चाहिए।