लखनऊ, 11 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र 2025 की शुरुआत से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने सत्र की महत्ता, सरकार की योजनाओं और विकसित उत्तर प्रदेश के विजन को रेखांकित करते हुए कहा कि यह सत्र स्वतंत्रता के अमृतकाल के तीसरे वर्ष में होने के साथ-साथ राज्य के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस बार का मानसून सत्र विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमें सरकार अगले 25 वर्षों की कार्ययोजना को सदन के पटल पर रखेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत के संकल्प को साकार करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ‘विकसित यूपी’ का विजन लेकर आगे बढ़ रही है। इस विजन को नीति आयोग और विशेषज्ञों के सहयोग से तैयार किया गया है, जिसमें समाज के हर वर्ग की सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी।
उन्होंने बताया कि आगामी 13 और 14 अगस्त को लगातार 24 घंटे इस विजन पर सदन में चर्चा होगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि सर्वदलीय बैठक में सभी नेताओं के बीच इस पर सहमति बनी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह चर्चा न केवल विधानसभा और विधान परिषद में होगी, बल्कि आम जनता की राय भी इस विजन डॉक्यूमेंट में शामिल की जाएगी। उन्होंने आत्मविश्वास के साथ कहा कि 2047 तक जब भारत एक विकसित राष्ट्र बनेगा, तब उत्तर प्रदेश भी ‘विकसित उत्तर प्रदेश’ के रूप में तैयार होगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रश्नकाल में जनप्रतिनिधि जनहित से जुड़े सवाल उठाएंगे, जबकि शून्यकाल में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी। सरकार सभी सवालों का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने सभी दलों से सार्थक और रचनात्मक चर्चा की अपील की, ताकि समय का सदुपयोग हो और नकारात्मकता से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि हम सभी प्रस्तावों का स्वागत करेंगे जो सदन में चर्चा के लिए आएंगे। युवाओं के हित, यूपी के विकास और जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। अनावश्यक व्यवधान उत्पन्न करने वालों को जनता स्वयं जवाब देगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि मानसून सत्र में बाढ़ और जलजमाव जैसे मौसमी मुद्दों पर चर्चा होगी। इसके अलावा, स्वास्थ्य, शिक्षा, इन्फ्रास्ट्रक्चर, गरीब कल्याण और सभी वर्गों के उत्थान से जुड़े विषयों पर भी गहन परिचर्चा होगी। उन्होंने पिछले साढ़े आठ वर्ष में सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश ने विकास के क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा प्राप्त की है। समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका एजेंडा विकास के बजाय नकारात्मकता पर केंद्रित रहता है।
उन्होंने कहा कि पहले जब हमने 36 घंटे की कार्यवाही को आगे बढ़ाया था, तब भी सपा ने इसका विरोध किया और असंसदीय शब्दों का उपयोग किया, जिसके लिए वे पहले से ही कुख्यात हैं। उन्होंने विपक्ष से सकारात्मक और विकासोन्मुखी चर्चा में भाग लेने की अपील की। मुख्यमंत्री ने यूपी विधानमंडल को देश का सबसे बड़ा विधानमंडल बताते हुए कहा कि यहां होने वाली चर्चाएं पूरे देश के लिए एक नजीर बनती हैं। उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े आठ वर्ष में यूपी विधानमंडल ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं और जनहित के मुद्दों पर सार्थक चर्चा की है। इस बार भी 25 करोड़ की आबादी की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हम महत्वपूर्ण एजेंडे के साथ सत्र में उपस्थित हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश भर से आए सभी विधानसभा और विधान परिषद सदस्यों का हृदय से स्वागत किया और सत्र की सफलता के लिए अपनी शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि यह सत्र उत्तर प्रदेश के विकास और समृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
–आईएएनएस
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