नई दिल्ली, 31 अगस्त (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुई दो ऐतिहासिक खेल उपलब्धियों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि बाढ़ और बारिश की चुनौतियों के बीच जम्मू-कश्मीर ने खेल के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं, जो देशवासियों के लिए गर्व का विषय हैं।
‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “जम्मू-कश्मीर ने दो बहुत खास उपलब्धियां हासिल की हैं। इन पर ज्यादा लोगों का ध्यान नहीं गया, लेकिन जब आप उन उपलब्धियों के बारे में जानेंगे तो आपको बहुत खुशी होगी। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा के एक स्टेडियम में रिकॉर्ड संख्या में लोग इकट्ठा हुए।”
प्रधानमंत्री ने पहली उपलब्धि के रूप में पुलवामा में आयोजित पहले डे-नाइट क्रिकेट मैच का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पुलवामा के एक स्टेडियम में रिकॉर्ड संख्या में दर्शक इकट्ठा हुए। पुलवामा का पहला डे-नाइट क्रिकेट मैच खेला गया। पहले ये होना असंभव था, लेकिन अब मेरा देश बदल रहा है।
उन्होंने कहा कि ये मैच ‘रॉयल प्रीमियर लीग’ का हिस्सा है, जिसमें जम्मू-कश्मीर की अलग-अलग टीमें खेल रही हैं। इतने सारे लोग, खासकर युवा, पुलवामा में रात के समय हजारों की तादाद में क्रिकेट का आनंद ले रहे थे। ये नजारा वाकई देखने लायक था।
दूसरी उपलब्धि के रूप में प्रधानमंत्री ने श्रीनगर की डल झील पर आयोजित पहले ‘खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल’ का उल्लेख किया। इस आयोजन में देशभर से 800 से अधिक एथलीटों ने हिस्सा लिया।
‘मन की बात’ कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि श्रीनगर की डल झील पर देश का पहला ‘खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल’ आयोजित हुआ। ऐसा उत्सव आयोजित करने के लिए ये कितनी खास जगह है। इसका उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में ‘वाटर स्पोर्ट्स’ को और लोकप्रिय बनाना है।
उन्होंने कहा कि ‘वाटर स्पोर्ट्स’ में महिला एथलीट्स भी पीछे नहीं रही हैं। उनकी भागीदारी भी लगभग पुरुषों के बराबर थी। मैं उन सभी खिलाड़ियों को बधाई देना चाहता हूं जिन्होंने इसमें भाग लिया। विशेष बधाई मध्य प्रदेश को, जिसने सबसे ज्यादा मेडल जीते। उसके बाद हरियाणा और ओडिशा का स्थान रहा।
‘वाटर स्पोर्ट्स’ के लिए पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर की सरकार और वहां की जनता की आत्मीयता और मेहमान नवाजी के लिए प्रशंसा की।
देश के नाम एक संदेश देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की भावना देश की एकता और देश के विकास के लिए बहुत जरूरी है, जिसमें निश्चित तौर पर खेल बड़ी भूमिका निभाते हैं और इसलिए ही तो मैं कहता हूं, “जो खेलता है, वो खिलता है।” उन्होंने अपील करते हुए कहा कि हमारा देश भी जितने टूर्नामेंट खेलेगा, उतना खिलेगा।