नई दिल्ली, 1 सितंबर (आईएएनएस)। साल 2002 में हुए नीतीश कटारा हत्याकांड मामले में 25 साल की सजा काट रहे विकास यादव को बड़ी राहत मिली। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को 7 दिन के लिए उसकी अंतरिम जमानत बढ़ा दी है।
नीतीश कटारा हत्याकांड के दोषी विकास यादव की 5 सितंबर को शादी होनी है, जिसके लिए उसने अदालत में अंतरिम जमानत बढ़ाने की मांग की थी। अंतरिम जमानत की याचिका पर सुनवाई कर रही बेंच के जस्टिस एन कोटिश्वर सिंह ने इस मामले से खुद को अलग कर लिया। अब दूसरी बेंच इस मामले की सुनवाई करेगी। फिलहाल, सुप्रीम कोर्ट ने अगली सुनवाई तक एक सप्ताह के लिए विकास यादव की अंतरिम जमानत बढ़ा दी है।
फरवरी 2002 में नीतीश कटारा की हत्या हुई थी। असल में मामला ऑनर किलिंग से जुड़ा था। नीतीश कटारा की एक नेता डीपी यादव की बेटी के साथ दोस्ती थी और इसी को लेकर उसका अपहरण कर लिया गया और बाद में हत्या कर दी गई थी। इस हत्या का आरोप नीतीश की दोस्त भारती के भाई विकास और विशाल पर लगा। विकास डीपी यादव का बेटा है। निचली कोर्ट ने इस हत्याकांड को ऑनर किलिंग माना और 30 मई 2008 को विकास एवं विशाल को उम्रकैद की सजा सुनाई थी।
हालांकि, दिल्ली हाईकोर्ट ने सुनवाई के समय विकास यादव की उम्रकैद की सजा को 25 साल की सजा के रूप में बदल दिया था। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने अक्टूबर 2016 में विकास यादव और विशाल यादव की 25-25 साल की कैद की सजा को बरकरार रखा।
सुप्रीम कोर्ट ने 24 अप्रैल को विकास यादव को अंतरिम जमानत दी थी। 19 मई को सुप्रीम कोर्ट ने उसकी अंतरिम जमानत को चार हफ्ते के लिए बढ़ाया था। इसके बाद दो हफ्ते के लिए अंतरिम जमानत बढ़ाई गई। अब फिलहाल उसकी जमानत एक हफ्ते के लिए और बढ़ा दी गई है। विकास यादव 25 में से 23 साल की सजा काट चुका है।