चंडीगढ़, 1 अक्टूबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साधा। उन्होंने आरएसएस की विचारधारा को लोकतंत्र के लिए खतरा बताया।
प्रधानमंत्री मोदी के आरएसएस को लेकर दिए बयान पर बघेल ने तीखी प्रतिक्रिया जताई। उन्होंने कहा कि 1925 में स्थापित आरएसएस ने कभी आजादी की लड़ाई में भाग नहीं लिया। बल्कि, इसके नेता अंग्रेजों के मुखबिर के रूप में काम करते रहे। उन्होंने आरोप लगाया, “आरएसएस के लोग कभी नहीं चाहते थे कि अंग्रेज देश छोड़कर जाएं। वे स्वतंत्रता संग्राम के खिलाफ थे। कांग्रेस पार्टी ने ही सभी राज्यों को आजाद कराया, जबकि ये लोग विरोध में खड़े रहे।”
बघेल ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के हालिया बयान का हवाला देते हुए कहा, “राम मंदिर निर्माण को ‘सच्ची आजादी’ बताना स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान है। यह बयान संविधान और शहीदों की कुर्बानी को ठेस पहुंचाता है। भाजपा-आरएसएस की विचारधारा लोकतंत्र के लिए खतरा है।”
उन्होंने कांग्रेस के हस्ताक्षर अभियान के बारे में बताते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी पूरे देश में हस्ताक्षर अभियान चलाने का फैसला ले चुकी है, जो लोकतंत्र की रक्षा और जनता के मुद्दों को उजागर करने के लिए होगा। उन्होंने बताया कि पंजाब में भी जल्द इस अभियान की शुरुआत होगी।
भूपेश बघेल ने भाजपा प्रवक्ता द्वारा राहुल गांधी को गोली मारने की धमकी की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि यह धमकी न केवल लोकतंत्र के लिए खतरा है, बल्कि भाजपा की हिंसक मानसिकता को उजागर करती है। “राहुल गांधी जैसे नेता को चुप कराने के लिए साजिश रची जा रही है, लेकिन कांग्रेस इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। भाजपा ने अभी तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की, जो उनकी संलिप्तता दर्शाता है। राहुल की सुरक्षा बढ़ाई जानी चाहिए।”
वहीं, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्यसभा के विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की तबीयत खराब होने के सवाल पर बघेल ने जानकारी नहीं होने की बात कही।













