रायचूर, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। 2023 के विधानसभा चुनावों के दौरान विवादित भाषण देने के एक मामले में पेश होने के लिए मशहूर अभिनेत्री और पूर्व मंत्री उमाश्री शुक्रवार को कर्नाटक की मस्की अदालत पहुंचीं। हालांकि, अदालती कार्यवाही के बहिष्कार के कारण मामले की सुनवाई नहीं हो सकी, जिसके बाद वह बेंगलुरु लौट गईं।
मामला तब शुरू हुआ जब उमाश्री ने 2023 के विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस उम्मीदवार के समर्थन में प्रचार के दौरान एक विवादास्पद बयान दिया था। चुनाव अधिकारियों ने इस बयान को लेकर शिकायत दर्ज की, जिसके बाद मस्की थाने में उनके खिलाफ केस दर्ज हुआ।
मस्की की जेएमएफसी अदालत ने इस मामले में उन्हें पेश होने के लिए समन जारी किया था। इसके तहत उन्हें 9 अक्टूबर को अदालत में हाजिर होना था, जिसके लिए वे बेंगलुरु से मस्की पहुंचीं।
हालांकि, सीजेआई से दुर्व्यवहार के मामले की निंदा करने के बाद मस्की अदालत के वकीलों ने कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया। इस वजह से अदालत में सुनवाई नहीं हो सकी। जब उमाश्री अदालत पहुंचीं तो वहां कोई कार्यवाही नहीं चल रही थी। इसके बाद उन्होंने अपने वकील से मुलाकात की और बिना पेशी के ही वापस लौट गईं।
उमाश्री ने इस घटना पर कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन उनके समर्थकों का कहना है कि यह मामला राजनीति से प्रेरित हो सकता है। दूसरी ओर, अदालत के सूत्रों ने बताया कि सुनवाई की अगली तारीख जल्द ही तय की जाएगी और उमाश्री को फिर से पेश होने के लिए समन भेजा जा सकता है।
इस घटना ने एक बार फिर चुनावी भाषणों और उनके प्रभाव को लेकर चर्चा शुरू कर दी है। उमाश्री कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री की जानी-मानी हस्ती हैं और मंत्री भी रह चुकी हैं। इस मामले में कानूनी प्रक्रिया का सामना कर रही हैं। उनके लौटने के बाद स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर अलग-अलग राय हैं।