अगरतला, 11 अक्टूबर (आईएएनएस)। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शनिवार को शुरू की गई ‘प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना’ और ‘दलहन आत्मनिर्भरता मिशन’ से राज्य के किसानों को भी काफी लाभ होगा।
प्रधानमंत्री के भाषण को वर्चुअल माध्यम से सुनने और कृषि क्षेत्र में 35,440 करोड़ रुपए की दो महत्वाकांक्षी योजनाओं का शुभारंभ करने के बाद, मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना’ से राज्य के लगभग 60,000 किसान लाभान्वित होंगे। उन्होंने बताया कि इस योजना के लिए चुने गए देश भर के 100 जिलों में उत्तरी त्रिपुरा जिला भी शामिल है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “त्रिपुरा के सात अन्य जिलों की तुलना में उत्तरी त्रिपुरा जिले में कृषि उत्पादन कम है। इन 100 जिलों में विभिन्न मंत्रालयों और विभागों की लगभग 36 केंद्र प्रायोजित योजनाएं लागू की जाएंगी।”
उन्होंने कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में हालिया सुधारों और केवल दो कर स्लैब, 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत, तक सीमित होने से भी किसानों को बड़ा लाभ होगा, क्योंकि उनके लिए आवश्यक कई आवश्यक वस्तुओं की कीमतें काफी कम हो जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शनिवार का दिन देश के कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के लिए एक ऐतिहासिक दिन है क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी ने मां भारती के दो महान सपूतों, भारत रत्न जयप्रकाश नारायण और नानाजी देशमुख की जयंती के अवसर पर 42,000 करोड़ रुपए की विभिन्न परियोजनाओं का शुभारंभ और शिलान्यास किया।
ये दो परियोजनाएं, प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना (परिव्यय 24,000 करोड़ रुपए) और दलहन आत्मनिर्भरता मिशन (परिव्यय 11,440 करोड़ रुपए), किसान भाइयों और बहनों को सशक्त बनाने, कृषि उत्पादकता बढ़ाने, फसल विविधीकरण और टिकाऊ कृषि पद्धतियों को अपनाने में वृद्धि करने और चयनित 100 जिलों में दीर्घकालिक और अल्पकालिक ऋण की उपलब्धता को सुगम बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई हैं।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री रतन लाल नाथ और अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ मुख्यमंत्री साहा ने कहा कि भारत का अनाज उत्पादन पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 40 प्रतिशत बढ़ा है, जिसका श्रेय केंद्र के निरंतर कृषि सुधारों और समर्थन को दिया जा सकता है। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ने राज्यों से उत्पादन को और बढ़ाने का आग्रह किया है ताकि भारत सभी प्रमुख फसलों के उत्पादन में वैश्विक अग्रणी बन सके।
साहा ने बताया कि दोनों परियोजनाएं देश भर के लाखों किसानों के लिए ‘समृद्धि और कल्याण के एक नए युग’ की शुरुआत करने के लिए बनाई गई हैं।