पोलिंग बूथ पर बुर्का पहने महिलाओं की पहचान के विरोध पर अनिल राजभर ने उठाए सवाल

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लखनऊ, 14 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री अनिल राजभर ने मंगलवार को चुनाव आयोग के उस आदेश का समर्थन किया, जिसमें सभी पोलिंग बूथ पर बुर्काधारी महिलाओं की पहचान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से कराने की बता कही है। उन्होंने इस आदेश पर सवाल खड़ा करने वाली समाजवादी पार्टी को भी आड़े हाथों लिया।

अनिल राजभर ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा कि मुझे यह समझ नहीं आ रहा है कि आखिर क्यों ये लोग चुनाव आयोग के आदेश का विरोध कर रहे हैं। इससे यह साफ जाहिर हो रहा है कि इन लोगों को फर्जी मतदाताओं से कोई परेशानी नहीं है। इसके विपरीत ये लोग इन फर्जी मतदाताओं का समर्थन कर रहे हैं, ताकि राजनीतिक स्थिति को अपने पक्ष में कर सके।

उन्होंने कहा कि एक स्वस्थ लोकतांत्रिक व्यवस्था में इस तरह की प्रणाली का कतई समर्थन नहीं किया जा सकता है।

अनिल राजभर ने कहा कि निश्चित तौर पर जो भी व्यक्ति मतदान करने जा रहा है, उसकी पहचान होनी चाहिए। अगर इस दिशा में चुनाव आयोग ने कदम आगे बढ़ाए हैं तो हमें इसका समर्थन करना चाहिए। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि आखिर हम लोग इस पर सवाल क्यों उठा रहे हैं। बुर्काधारी महिलाओं की पहचान सुनिश्चित करने के लिए महिला कर्मी रहेगी। ऐसी स्थिति में किसी को क्या आपत्ति हो रही है?

उन्होंने कहा कि अगर घुसपैठियों के खिलाफ कार्रवाई होती है, तो इन लोगों के पेट में दर्द होता है? अगर एसआईआर लाया जाता है, जिसके तहत फर्जी मतदाताओं की पहचान हो सके, तो इन लोगों को दर्द हो जाता है? रोहिंग्या के खिलाफ कार्रवाई होती है, तो इन लोगों के पेट में दर्द शुरू हो जाता है। फर्जी मतदाताओं की पहचान करने के लिए अगर चुनाव आयोग कोई व्यवस्था चुनाव आयोग करना चाहता है, तो इन लोगों के पेट में दर्द शुरू हो जाता है। मुझे लगता है कि अब इन लोगों को सामने आकर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। आखिर ये लोग क्या चाहते हैं?

उन्होंने कहा कि मुझे यह कहने में कोई गुरेज नहीं है कि आगामी दिनों में इन लोगों की दुर्गति होने जा रही है। एक बार फिर से सूबे की जनता भाजपा और उसके सहयोगियों को चुनने जा रही है।

उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री अनिल राजभर ने ओपी राजभर के संबंध में कहा कि वे स्वतंत्र हैं और जहां से चाहें, वहां से चुनाव लड़ सकते हैं। हमें इससे कोई आपत्ति नहीं है। रही बात सीट बंटवारे की, तो हमारा राष्ट्रीय नेतृत्व इस संबंध में कोई भी फैसला बहुत ही सोच समझकर लेता है। अब यह जरूरी तो नहीं है कि हम सभी के साथ सीट बंटवारा करने के लिए बाध्य हैं। हम हर प्रकार का फैसला लेने के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र हैं।

साथ ही, उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हरियाणा आगमन पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जिस तरह से जाति और धर्म को आधार बनाकर राजनीतिक रोटियां सेंकने की कोशिश कर रहे हैं, उसे देश की जनता किसी भी कीमत पर स्वीकार करने वाली नहीं है। अब देश की जनता ऐसे नेताओं को पहचान चुकी है। इन लोगों की दाल अब गलने वाली नहीं है। देश अब इनके असली चेहरों को पहचान चुका है। इन लोगों का अब कुछ होने वाला नहीं है।