नीतीश कुमार ने बिहार में सुशासन और विकास का कायम किया ट्रैक रिकॉर्ड : गुरु प्रकाश

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पटना, 17 अक्टूबर (आईएएनएस)। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर तमाम दलों के नेताओं के बीच जुबानी जंग जारी है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता गुरु प्रकाश पासवान ने महागठबंधन की स्थिति को दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया।

उन्होंने कहा कि गठबंधन पूरी तरह टूटने की कगार पर है और बिहार की जनता को इसका स्पष्ट अंदाजा हो चुका है। आज नामांकन का आखिरी दिन है, लेकिन महागठबंधन में उम्मीदवारों की आधिकारिक घोषणा तक नहीं हो सकी। यह उनकी अंदरूनी फूट को दर्शाता है।

गुरु प्रकाश पासवान ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व पर भरोसा जताते हुए कहा कि नीतीश के पास पूर्ण बहुमत है और उनका सुशासन व विकास का ट्रैक रिकॉर्ड बिहार में सभी के सामने है। हम नीतीश कुमार के नेतृत्व में पूरी मजबूती के साथ चुनाव लड़ रहे हैं। जनता का विश्वास उनके साथ है और हम इसे और मजबूत करेंगे।

उन्होंने महागठबंधन की अस्थिरता पर तंज कसते हुए कहा कि गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर कोई स्पष्टता नहीं है। 14 नवंबर को नतीजे आने के बाद महागठबंधन का अस्तित्व खतरे में पड़ सकता है। यह गठबंधन अपने ही बोझ तले दब रहा है।

दूसरी ओर, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने भी बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की जीत का दावा किया। उन्होंने कहा कि बिहार में एक बार फिर डबल इंजन वाली सरकार सत्ता में आएगी। एनडीए ने बिहार में हमेशा विकास को प्राथमिकता दी है। हम पूरी योजना के साथ चुनाव लड़ते हैं और जीतते हैं। जनता ने महागठबंधन की सच्चाई देख ली है, जो घोटालेबाजों का गठबंधन बन चुका है।

प्रमोद सावंत ने बिहार में एनडीए के मजबूत संगठन और नीतीश कुमार के नेतृत्व को जीत का आधार बताया। उन्होंने कहा, “महागठबंधन की अंदरूनी कलह और नेतृत्व की कमी ने उनकी स्थिति को कमजोर किया है। जनता विकास और स्थिरता चाहती है, जो केवल एनडीए दे सकता है। बिहार में डबल इंजन सरकार का मॉडल जनता के बीच लोकप्रिय है और यह मॉडल विकास की गति को और तेज करेगा।”

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के चुनावी कार्यक्रमों को लेकर विस्तृत चर्चा हुई कि बिहार में उनकी रैलियां कहां आयोजित की जाएंगी। स्थानों की समीक्षा के बाद यह निर्णय लिया गया कि पहले चरण में प्रधानमंत्री के करीब छह कार्यक्रम होंगे और दूसरे चरण में करीब चार कार्यक्रम प्रस्तावित हैं। बैठक में आगे के चुनाव अभियान के पूरे रोडमैप और रणनीति पर चर्चा हुई।