तेल अवीव, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। इजरायल और गाजा के बीच तनाव फिर बढ़ता दिख रहा है। दोनों पक्ष एक-दूसरे पर युद्धविराम नियमों के उल्लंघन का आरोप लगा रहे हैं। इस बीच इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने स्पष्ट किया है कि राफा क्रॉसिंग तब तक बंद रहेगी जब तक हमास बंधकों के शव वापस नहीं कर देता।
‘प्राइम मिनिस्टर ऑफ इजरायल’ नाम के ऑफिशियल एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट है जिसमें लिखा गया है कि गाजा और मिस्र के बीच राफा सीमा क्रॉसिंग अगली सूचना तक बंद रहेगी। इसका फिर से खुलना हमास द्वारा मृत बंधकों के शव सौंपे जाने पर निर्भर करेगा, क्योंकि दोनों पक्ष युद्धविराम उल्लंघन को लेकर एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहे हैं।
वहीं, हमास ने शनिवार देर रात एक बयान में कहा कि क्रॉसिंग बंद रखने का नेतन्याहू का फैसला “युद्धविराम समझौते का घोर उल्लंघन और मध्यस्थों और गारंटर पक्षों से की गई उनकी प्रतिबद्धताओं का खंडन है।”
शनिवार शाम तक, हमास ने 28 मृत बंदियों में से 12 को वापस सौंप दिया था और कहा था कि बाकी को गाजा के खंडहरों से निकालने के लिए उसे विशेष पुनर्प्राप्ति उपकरणों की आवश्यकता होगी।
इजरायल ने रविवार को एक मृत बंधक के शव की पहचान की। हमास ने शनिवार देर रात रेड क्रॉस को दो शव सौंपे, जिन्हें आतंकवादी समूह ने मृत बंधक बताया था।
शनिवार देर रात, अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि उसे “विश्वसनीय रिपोर्ट्स मिली हैं जो गाजा के लोगों के खिलाफ हमास द्वारा आसन्न युद्धविराम उल्लंघन का संकेत देती हैं।”
हमास ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इन्हें “झूठा” बताया और गाजा में हत्याओं, अपहरणों और लूटपाट के लिए जिम्मेदार “आपराधिक गिरोहों” को प्रायोजित करने के लिए इजरायल को दोषी ठहराया है। समूह ने कहा कि उसके पुलिस बल जिम्मेदार लोगों की तलाश कर रहे हैं। इसके साथ ही कहा कि वो वाशिंगटन से “कब्जे वाले भ्रामक बयानों को दोहराना बंद करने” का आग्रह करते हैं।
गाजा के मीडिया कार्यालय ने इजरायल पर अक्टूबर की शुरुआत में युद्धविराम लागू होने के बाद से हमास के साथ 47 बार युद्धविराम का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है।