नई दिल्ली, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। दिल्ली सरकार के श्रम मंत्री कपिल मिश्रा ने राष्ट्रीय राजधानी के श्रमिकों और उनके परिजनों के साथ खास अंदाज में त्योहार मनाया। श्रम मंत्रालय और निर्माण श्रमिक बोर्ड की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मजदूर परिवार शामिल हुए। मंत्री ने सभी को मिठाइयां, कंबल और बच्चों को पटाखे भेंट किए।
कपिल मिश्रा ने कहा, “दिवाली खुशियों का त्योहार है। इसे सभी को एक साथ मनाना चाहिए। हमारे श्रमिक भाई-बहन शहर के विकास में सबसे बड़ी भूमिका निभाते हैं। इसलिए हमने तय किया कि इस बार दिवाली उनके साथ मनाई जाए।”
उन्होंने बताया कि बहुत से श्रमिक अपने गांव लौट चुके हैं, लेकिन जो दिल्ली में हैं, उनके साथ दिवाली का उत्सव मनाने से बड़ा सुख कोई नहीं हो सकता।
कपिल मिश्रा ने कहा कि इस बार सुप्रीम कोर्ट की अनुमति के बाद दिल्लीवासी पटाखों के साथ दिवाली मना पाएंगे। उन्होंने कहा कि बीते कुछ वर्षों में दिल्ली में त्योहारों पर कई तरह के प्रतिबंध लग गए थे, जिससे लोगों की भावनाएं आहत हो रही थीं।
उन्होंने कहा, “पहले दीपावली पर पटाखों पर रोक थी और छठ पूजा के दौरान यमुना नदी में पूजा करने की भी मनाही थी। पिछली सरकारों का रवैया आस्था और त्योहारों के खिलाफ रहा है। कुछ लोग सिर्फ त्योहारों पर ही पाबंदी लगाने में विश्वास रखते हैं, जबकि त्योहार समाज को जोड़ने का काम करते हैं।”
उन्होंने बताया कि शनिवार रात दिल्ली सरकार ने इंडिया गेट पर लाखों दीये जलाकर एक नया रिकॉर्ड बनाया। इस मौके पर लेजर शो के माध्यम से प्रभु श्रीराम की लीलाओं का सुंदर चित्रण किया गया, जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे।
कपिल मिश्रा ने कहा कि यह दिवाली सिर्फ प्रकाश का नहीं, बल्कि आस्था और एकता का प्रतीक है। उन्होंने श्रमिकों के साथ दीप जलाकर समाज को संदेश दिया कि विकास और खुशी में हर वर्ग की भागीदारी जरूरी है।
कपिल मिश्रा ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ पोस्ट में लिखा, “दिवाली का उत्सव दिल्ली के श्रमिक बहनों और भाइयों के साथ। दिल्ली सरकार के श्रम मंत्रालय द्वारा पहली बार एक अनूठा दीवाली मिलन आयोजित किया गया।”