लखनऊ, 24 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के काकोरी क्षेत्र में दलित बुजुर्ग को पेशाब पिलाने के मामले पर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है। इस मामले में अयोध्या से समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद भी पीड़ित से मिलने पहुंचे। इसके पहले वे धरने पर भी बैठे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने अपने शासन में लोगों को जेलों में बंद किया और उन पर कोड़े बरसाए, लेकिन न कहीं पढ़ा और न सुना कि किसी को पेशाब पिलाई।
सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि जो अंग्रेजों के राज में नहीं हुआ वह योगी बाबा के राज में हो रहा है। एक 70 वर्षीय रामपाल रावत जो काकोरी के रहने वाले हैं। मैंने रामपाल के दर्द को सुना। दीपावली के दिन इनकी तबियत खराब थी। उस दौरान उनको अचानक पेशाब हो गई। इसी गांव का एक शख्स आया और इनको भला बुरा कहा। जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया। जान से मारने की धमकी दी और पेशाब पिलाई।
उन्होंने कहा कि जैसे हमें पता चला, वैसे ही यहां पहुंचे। आज इस सरकार में पासी समुदाय के साथ अन्याय हो रहा है, जिनका वीरता से भरा इतिहास है। आज रामपाल के साथ अन्याय हो रहा है। पूरे प्रदेश में इस सरकार में दलितों का अपमान हो रहा है। इस मुद्दे पर सपा मुखिया अखिलेश यादव से बातचीत करके अब पूरे प्रदेश में अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएंगे और न्याय की लड़ाई लड़ेंगे।
बता दें कि काकोरी की घटना के चौथे दिन भी सियासत जारी है। अयोध्या से समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद इस घटना के विरोध में शुक्रवार को लखनऊ पहुंचे और पीड़ित से मिले और फिर वे काकोरी शहीद स्मारक स्थल में धरने पर बैठ गए।
दरअसल, इस मामले को लेकर सपा-बसपा सहित कई विपक्षी दलों ने सरकार को घेरा है। इस मामले में बसपा मुखिया मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव सवाल उठा चुके हैं। इसके अलावा, सत्ता पक्ष के कौशल किशोर भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे और उन्होंने सख्त कार्रवाई की मांग उठाई है।
उधर, पीड़ित बुजुर्ग रामपाल की शिकायत पर लखनऊ पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज कर लिया है।
—आईएएनएस
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