चेन्नई, 25 अक्टूबर (आईएएनएस)। तमिलनाडु नागरिक आपूर्ति निगम (टीएनसीएससी) ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से तीन विशेषज्ञ दल की नियुक्ति की गई है जो शनिवार से चालू कुरुवई सीजन के दौरान खरीदे गए धान की नमी की जांच के लिए पूरे तमिलनाडु में निरीक्षण शुरू करेंगे।
यह कदम राज्य सरकार द्वारा 19 अक्टूबर को किए गए अनुरोध के बाद उठाया गया है, जिसमें खरीदे गए धान की नमी की सीमा को 17 प्रतिशत से बढ़ाकर 22 प्रतिशत करने की अनुमति मांगी गई थी।
यह अनुरोध लगातार उत्तर-पूर्वी मानसून की बारिश के कारण डेल्टा और उत्तरी जिलों में नई कटी हुई धान की फसलों में नमी आने के बाद किया गया था।
तमिलनाडु नागरिक आपूर्ति निगम के अनुसार, निरीक्षण दल शनिवार से अपना दौरा शुरू करेंगे। पहली टीम 25 अक्टूबर को चेंगलपट्टू जिले का दौरा करेगी, उसके बाद रविवार को तिरुवल्लूर और कांचीपुरम का दौरा करेगी।
वहीं, दूसरी टीम 25 अक्टूबर को तंजावुर और मयिलादुथुराई का आकलन करेगी और फिर 26 अक्टूबर को तिरुवरुर और नागपट्टिनम का दौरा करेगी। इसके बाद 27 अक्टूबर को कुड्डालोर जाएगी।
तीसरी टीम 25 अक्टूबर को तिरुचि और पुदुकोट्टई में और बाद में 26 अक्टूबर को मदुरै और थेनी में धान की जांच करेगी।
इन निरीक्षणों का उद्देश्य काटे गए धान के भंडार में वास्तविक नमी के स्तर की जांच करना और यह मूल्यांकन करना है कि क्या अनाज की गुणवत्ता या भंडारण स्थिरता से समझौता किए बिना खरीद मानदंडों में ढील दी जा सकती है।
तीनों टीमों के निष्कर्ष केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय को प्रस्तुत किए जाएंगे, जो तमिलनाडु के अनुरोध पर निर्णय लेगा।
2025-26 के लिए कुरुवई धान की खरीद 1 सितंबर को राज्य भर के 1,839 प्रत्यक्ष खरीद केंद्रों के माध्यम से शुरू हुई। अधिकारियों ने बताया कि प्रतिकूल मौसम के बावजूद, टीएनसीएससी और जिला प्रशासन के बीच समन्वय से खरीद गतिविधियां जारी रहीं।
निरीक्षण दलों की रिपोर्ट के परिणाम से चल रहे खरीद अभियान की गति और मूल्य निर्धारण पर असर पड़ने की उम्मीद है, जो डेल्टा और उत्तरी क्षेत्रों के उन किसानों के लिए महत्वपूर्ण है जिनकी धान की फसलें मानसून के जल्दी आने से प्रभावित हुई हैं।













