नई दिल्ली, 25 अक्टूबर (आईएएनएस)। अमेरिका की मशहूर सिंगर मैरी मिलबेन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ के अपने यादगार पलों और अनुभव के बारे में आईएएनएस से एक्सक्लूसिव बातचीत की। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी के नेतृत्व की सराहना की।
पीएम मोदी के साथ अपने सबसे यादगार पलों को लेकर सिंगर मैरी मिलबेन ने कहा, “मेरे पास उनकी कुछ तस्वीरें हैं। प्रधानमंत्री मोदी का मैं बहुत सम्मान करती हूं। मेरे लिए सबसे यादगार पल वो है, जब 2023 में तत्कालीन राष्ट्रपति जो बाइडेन के कार्यकाल में पीएम मोदी अमेरिका आए थे। पीएम मोदी के सामने गाना गाने से पहले मुझे अमेरिका के न्यूयॉर्क में योग दिवस मनाने के लिए आमंत्रित किया गया था। मैं बहुत सम्मानित महसूस कर रही थी। पीएम मोदी को आरामदायक स्थिति में देखने का ये मेरा पहला अवसर था। पीएम मोदी बहुत दयालु हैं, उन्होंने वहां सभी युवाओं से बात की। यह देखकर मुझे बहुत खुशी हुई।”
पीएम मोदी के साथ अपने अनुभव को लेकर उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को योगाभ्यास करते देखकर मैं बहुत उत्साहित हो गई। पीएम मोदी बहुत फिट हैं। यह बहुत ही यादगार दिन था। उस दिन योगा कार्यक्रम में वह शामिल हुए और नौजवानों से बातचीत की। उनकी इंसानियत और दयालुता को करीब से देखने का मौका मिला।
अपनी सफलता पर सिंगर मैरी मिलबेन ने भावुक होकर कहा कि मुझे लगता है कि मैं अभी भी सीख रही हूं। बहुत कुछ सीखने को बचा है। अभी अनुभव करने के लिए बहुत कुछ बाकी है। मैं बस सीखते रहना चाहती हूं। मैं छात्र बने रहना चाहती हूं। हो सकता है कि जब मैं 95 साल की हो जाऊं तब शायद मेरे पास इसका जवाब होगा।
पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को संतुलित करने को लेकर मैरी ने कहा, “बैलेंस करना बहुत जरूरी है। खासतौर से जो युवा हैं, उनसे कहना चाहती हूं कि बैलेंस बनाना बहुत जरूरी है। इसके साथ ही परिवार का ख्याल रखना काफी जरूरी है। इसके अलावा आपको अपने हेल्थ का भी ध्यान रखना चाहिए। मैं आध्यात्मिक तौर से जुड़ी हुई हूं। मैं अपने परिवार के साथ वक्त बिताती हूं। दोनों चीजों को बैलेंस करना चाहिए।”
भारत दौरे और प्रोजेक्ट को लेकर उन्होंने कहा कि मेरी सबसे बड़ी इच्छा है कि मैं भारत आऊं और यहां पर परफॉर्म करूं। भारत सरकार और हमारी टीम के बीच लगातार बातचीत हो रही है, यह मेरी गलती है। यहां बीते दो सालों से चुनाव को लेकर हलचल थी और मैं राष्ट्रपति के शपथग्रहण समारोह में व्यस्त थी। इसलिए इतना वक्त लगा, मैं वहां आकर किसानों और बिजनेसवुमन से मिलना चाहूंगी। यह अगले साल के लिए मेरी यही प्राथमिकता है। धार्मिक आजादी को लेकर भी मैं बातचीत करना चाहूंगी।













