इंडिगो ने दिल्ली और चीन के ग्वांगझू के बीच डेली नॉन-स्टॉप फ्लाइट सर्विस की शुरू

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    नई दिल्ली, 11 नवंबर (आईएएनएस)। भारतीय एयरलाइन कंपनी इंडिगो ने मंगलवार को जानकारी देते हुए बताया कि कंपनी ने दिल्ली से चीन के ग्वांगझू के बीच डेली नॉन-स्टॉप फ्लाइट सर्विस शुरू कर दी है। यह नया रूट दो देशों के बीच डायरेक्ट कनेक्टिविटी को बढ़ाएगा।

    चीन का ग्वांगझू दक्षिणी चीन में एक बड़ा बिजनेस और मैन्युफैक्चरिंग सेंटर है, ऐसे में एयरलाइन की ओर से यह प्रयास भारत की राजधानी को एक महत्वपूर्ण बिजनेस हब से कनेक्ट करने को लेकर अहम माना जा रहा है।

    इस रूट के लिए इंडिगो की ओर से ए320नियो एयरक्राफ्ट संचालित किया जाएगा, जो भारत से चीन की यात्रा करने वाले लोगों के लिए एक किफायती, सुविधाजनक और कंफर्टेबल ट्रैवल एक्सपीरियंस होगा।

    इंडिगो के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर पीटर एल्बर्स ने कहा, “कोलकाता-ग्वांगझू फ्लाइट्स के सक्सेसफुल रिलॉन्च के बाद हम इस नई डेली कनेक्टिविटी के साथ इंडिगो की मौजदूगी का चीन में विस्तार कर बेहद खुश हैं। सबसे बड़े डोमेस्टिक हब दिल्ली से चीन का यह रूट ट्रैवल ऑप्शन को मजबूत करेगा। साथ ही, दोनों देशों भारत और चीन के बीच इकोनॉमिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को प्रेरित करेगा।”

    इस नए रूट से चीन का ग्वांगझू इंडिगो के 90 से अधिक डेस्टिनेशन वाले एक बहुत बड़े डोमेस्टिक नेटवर्क से जुड़ेगा, जिसके साथ चीन में रहने वाले लोगों को भारत में आने की सुविधा मिलेगी।

    इंडिगो और चाइना सदर्न एयरलाइंस ने मंगलवार को एक कोडशेयर पार्टनरशिप और आपसी सहयोग एग्रीमेंट के लिए एक एमओयू पर भी हस्ताक्षर किए हैं।

    इस समझौते के साथ चाइना सदर्न एयरलाइंस भारत में बेहतर कनेक्टिविटी उपलब्ध करवा सकेगी, जबकि इंडिगो कस्टमर्स भी ग्वांगझू से आगे चाइना सदर्न एयरलाइंस के बड़े नेटवर्क से कनेक्ट कर पाएंगे।

    हालांकि, एयरलाइन का कहना है कि यह डेवलपमेंट अभी रेगुलेटरी अप्रूवल के अधीन है।

    इस पार्टनरशिप का उद्देश्य साथ चीन-भारत के बीच यात्रा करने वाले लोगों को बेहतर ट्रैवल एक्सपीरियंस देना है।

    चाइना सदर्न एयरलाइंस के प्रेसिडेंट और सीईओ हान वेनशेंग ने कहा, “चाइना सदर्न एयरलाइंस भारतीय बाजार की विकास क्षमता को बहुत अधिक महत्व देती है। इंडिगो के साथ सहयोग से हम एक-दूसरे से अधिक से अधिक लाभ ले सकेंगे और ट्रैवल प्रोडक्ट्स की बड़ी रेंज उपलब्ध करवा सकेंगे। साथ ही, दोनों देशों के बीच इकोनॉमिक, सांस्कृतिक और एविएशन से जुड़े आदान-प्रदान को एक नई गति दे सकेंगे।”