पटना, 13 नवंबर (आईएएनएस)। बिहार विधानसभा चुनाव में मतगणना से पहले राजद नेता सुनील कुमार को एक भड़काऊ बयान देना महंगा पड़ गया। इस मामले में पटना के साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
पटना साइबर थाना में पदस्थापित पुलिस अवर निरीक्षक खुशबू कुमारी के बयान पर एफआईआर दर्ज की गई। एफआईआर में कहा गया है कि सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जानकारी प्राप्त हुई कि राष्ट्रीय जनता दल के विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह के द्वारा बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना को लेकर भड़काऊ बयान दिया गया।
सोशल मीडिया पर जारी उनके बयान में कहा गया कि इस बार मतगणना में गड़बड़ी हुई तो सड़कों पर नेपाल जैसा नजारा दिखेगा। इस बयान से लोगों में घृणा, वैमनस्य की भावना उत्पन्न होने और शांति भंग होने की संभावना है। पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है। इससे पहले राजद के नेता सुनील कुमार ने चुनाव आयोग और प्रशासन को खुली चुनौती दी है।
उन्होंने सभी एग्जिट पोलों को नकारते हुए कहा कि इस बार आम आवाम के लोग सचेत हैं। इस बार किसी तरह की बेईमानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि किसी रिटायर्ड और टायर्ड व्यक्ति के लिए काम मत कीजिए। आप ईमानदारी से काम कीजिए। आप ईमानदारी से मतगणना कराइए। जो दूध का दूध है और पानी का पानी है उसके लिए काम कराइए।
उन्होंने कहा कि आप किसी के गाइडेड मिसाइल मत बनिए। अगर ऐसा करते हैं तो कल नेपाल, बांग्लादेश, और श्रीलंका जैसा दृश्य बिहार की सड़कों पर देखने को मिलेगा। राजद नेता ने खुली चेतावनी देते हुए आगे कहा कि आप बेईमानी से बहुत दिनों तक कार्य नहीं कर सकते हैं। वोट चोरी कर आप बहुत दिनों तक गद्दी पर नहीं बैठ सकते हैं। ये पूरे आवाम की आवाज है।
उन्होंने कहा कि सभी लोगों का कहना है कि बेईमानी से बनी हुई सरकार हम लोगों को नहीं चाहिए। यह भ्रष्टाचार वाली सरकार नहीं चाहिए। पलायन वाली सरकार नहीं चाहिए। महिलाओं पर अत्याचार करने वाली सरकार नहीं चाहिए। किसानों का दोहन करने वाली सरकार नहीं चाहिए। हमें केवल तेजस्वी सरकार चाहिए।

