नई दिल्ली, 14 नवंबर (आईएएनएस)। सर्दियों का मौसम आते ही हरी सब्जियों की बहार आ जाती है। मेथी, पालक, बथुआ और ताजी हरी प्याज की सब्जी खाने का स्वाद बढ़ा देती है।
हर एक सब्जी के अपने फायदे होते हैं, लेकिन सर्दियों में आने वाली सेमफली सेहत का खजाना होती है। साधारण ही दिखने वाली सेमफली “सुपरफूड” है, जो एक नहीं बल्कि कई बीमारियों में काम आती है।
आयुर्वेद में सेमफली को बहुत गुणकारी माना जाता है। सेमफली वात और पित्त दोष को संतुलित करती है और शरीर को शक्ति और मजबूती देती है। इसमें मैग्नीशियम, प्रोटीन, विटामिन और खनिज भरपूर मात्रा में होते हैं। सेमफली की खेती भारत के हर हिस्से में की जाती है और सर्दियों में उसकी ताजी फसल आती है, जिसे खाने का मौका नहीं छोड़ना चाहिए। ये स्वाद में भी हल्की मीठी और रस से भरपूर होती है, और इसके बीज भी मुलायम होते हैं, जिन्हें भाप के सहारे भी पकाया जा सकता है।
सेमफली का सेवन पाचन शक्ति को मज़बूत करता है। सेमफली में भरपूर फाइबर होता है, जो आंतों की सफाई करता है और कब्ज जैसी परेशानी से राहत दिलाता है। इसके लिए सेमफली को घी और जीरे के साथ सिंपल पकाकर खाएं। इससे सेमफली के गुण बरकरार रहते हैं। बहुत कम लोग ये जानते हैं कि सेमफली का सेवन करने से त्वचा में निखार और बाल भी मजबूत होते हैं। सेमफली में विटामिन ‘सी’ और ‘ए’ होता है, जो चेहरे पर पड़ने वाली झुर्रियों को रोकता है और चेहरे पर ग्लो लाने में मदद करता है। इसके साथ ही बालों को मजबूत करने में भी सेमफली सहायक है। इसके लिए सेमफली को सिर्फ घी और हल्दी के साथ पकाकर लेना चाहिए।
सेमफली में भरपूर मात्रा में कैल्शियम होता है, जो हड्डियों को मजबूत करता है। इसमें दूध से ज्यादा कैल्शियम होता है, जो जोड़ों के दर्द और हड्डियों का चटकना जैसी परेशानियों से निजात दिलाता है। इसके लिए फली को अजवाइन और घी के साथ पकाकर खाना चाहिए। अगर शरीर में खून की कमी है तो रोजाना सेमफली का सेवन करना चाहिए।
सेमफली में आयरन और फोलेट होता है, जो रक्त बनाने में मदद करता है और नई कोशिकाओं के निर्माण में सहायक भी होता है। इसके लिए सेमफली को पालक की सब्जी के साथ मिलाकर बनाना चाहिए। सेमफली दिल के स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होती है। इसमें पोटैशियम और फाइबर होता है, जो हृदय की काम करने की क्षमता को बढ़ावा देता है। इसके लिए सेमफली को उबालकर नींबू और नमक के साथ खाना चाहिए।

