ढाका, 14 नवंबर (आईएएनएस)। भारत की पुरुष रिकर्व टीम ने एशियाई तीरंदाजी चैंपियनशिप के फाइनल में कोरिया को शिकस्त देकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। यह साल 2007 के बाद से इस चैंपियनशिप में पुरुष रिकर्व टीम स्पर्धा में भारत का पहला गोल्ड मेडल रहा।
शुक्रवार को खेले गए मुकाबले में भारतीय टीम में यशदीप संजय भोगे, अतनु दास और राहुल की तिकड़ी मौजूद थी, जिसने शूट-ऑफ के जरिए 5-4 के मामूली अंतर से जीत हासिल की। दोनों टीमों ने शूट-ऑफ में 29-29 अंक बनाए, लेकिन राहुल का तीर बुल्स आई के सबसे करीब होने के कारण भारत ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया। कोरिया साल 2013 से इस स्पर्धा में अजेय था।
इस बीच भारत की रिकर्व मिश्रित टीम ने निराश किया। अंशिका कुमारी और यशदीप की जोड़ी ने ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में जंग मिन्ही और सियो मिंगी की कोरियाई जोड़ी के हाथों शिकस्त झेली।
पुरुषों की व्यक्तिगत स्पर्धा में, धीरज बोम्मादेवरा कोरिया के जंग से भिड़ेंगे। वहीं, राहुल का सामना एक अन्य कोरियाई सियो मिंगी से होगा।
दिन के अंत में, पांच बार की ओलंपियन दीपिका कुमारी और अंकिता भकत रिकर्व महिला व्यक्तिगत सेमीफाइनल में आमने-सामने होंगी, जबकि एक अन्य भारतीय संगीता का सामना पेरिस ओलंपिक सिल्वर मेडलिस्ट सुह्योन से होगा।
भारत के कंपाउंड तीरंदाजों ने गुरुवार को 5 पदक जीतकर अपना अभियान समाप्त किया है।
कंपाउंड महिला वर्ग में मौजूदा एशियन गेम्स की चैंपियन ज्योति सुरेखा वेन्नम ने एशियन चैंपियनशिप में अपना तीसरा व्यक्तिगत गोल्ड मेडल जीता। इससे पहले सुरेखा वेन्नम ने 2015 और 2021 में भी गोल्ड मेडल जीता था।
इससे पहले, वेन्नम और पृथिका ने दीपशिखा के साथ मिलकर कंपाउंड महिला टीम स्पर्धा में कोरिया को हराकर गोल्ड जीता था।
अभिषेक वर्मा की अगुवाई वाली साहिल राजेश जाधव और प्रथमेश भालचंद्र फुगे की पुरुष मिश्रित टीम फाइनल में कजाकिस्तान (229-230) से एक अंक से पिछड़ गई। टीम को ब्रॉन्ज मेडल से ही संतोष करना पड़ा। वहीं, अनुभवी तीरंदाज वर्मा और युवा दीपशिखा की मिश्रित मिश्रित टीम ने गोल्ड मेडल जीता।

