केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री सहित कई नेताओं ने दी ‘संविधान दिवस’ की 76वीं वर्षगांठ की शुभकामनाएं

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नई दिल्ली, 26 नवंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह समेत कई भाजपा नेताओं ने ‘संविधान दिवस’ की 76वीं वर्षगांठ की शुभकामनाएं दीं।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “इस ‘संविधान दिवस’ पर, मैं बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर, डॉ. राजेंद्र प्रसाद और संविधान सभा के सभी महान सदस्यों को श्रद्धांजलि देता हूं और इस दिन देशवासियों को दिल से शुभकामनाएं देता हूं। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत का संविधान हर नागरिक को समान अवसर, सम्मान का जीवन, राष्ट्रीय कर्तव्य और अधिकार देता है, जिससे मजबूत राष्ट्र-निर्माण का रास्ता बनता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘संविधान दिवस’ की शुरुआत की है और नागरिकों को लोकतांत्रिक मूल्यों के बारे में और जागरूक करने का काम किया है।”

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “संविधान दिवस पर हर भारतीय को हार्दिक शुभकामनाएं। यह दिन हमें उन दूरदर्शी लोगों की याद दिलाता है, जिन्होंने हमारे गणतंत्र की नींव रखी और हमें ऐसे मूल्य सौंपे जो हमारी राष्ट्रीय यात्रा को दिशा देते हैं। आइए हम न्याय और समानता के प्रति अपने कमिटमेंट को फिर से पक्का करें और बाबा साहेब अंबेडकर की ओर से देखे गए भविष्य को बनाने के लिए मिलकर काम करें।”

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिखा, “संविधान दिवस पर राज्य के लोगों को दिल से बधाई और शुभकामनाएं। न्याय, समानता और भाईचारा भारत के संविधान की मूल भावना है। ‘भारत रत्न’ बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की असाधारण दूरदृष्टि, शानदार विचारों और अथक प्रयासों से बना हमारा संविधान, दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोकतांत्रिक मूल्यों का प्रतीक है। संविधान, देश की एकता, अखंडता और प्रगति की नींव होने के साथ-साथ हर नागरिक को समान अधिकार, सम्मान और अवसर भी देता है।”

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने लिखा, “संविधान शिल्पी डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर सहित सभी संविधान निर्माताओं को कोटि-कोटि नमन एवं सभी देशवासियों को संविधान दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। भारत का संविधान एक विधिक दस्तावेज के साथ ही हमारे लोकतांत्रिक विश्वास, समान अधिकार, नागरिक कर्तव्य और सार्वभौमिक न्याय की सर्वश्रेष्ठ अभिव्यक्ति है। यह हमें एक ऐसे राष्ट्र के रूप में जोड़ता है, जहां विविधता हमारी शक्ति है और समावेशिता हमारा संकल्प है। इस पावन दिवस पर, आइए हम सभी राष्ट्रहित और लोककल्याण की भावना के साथ संविधान में निहित आदर्शों, कर्तव्य, अनुशासन, समानता और साझा प्रगति को अपने आचरण में और अधिक दृढ़ता से कार्यभार लें। जय हिंद!”