इस्लामाबाद, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा का डेरा इस्माइल खान इलाका बुधवार को धमाके से दहल गया। एक पुलिस वाहन को निशाना बनाया गया, जिसमें असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (एएसआई) समेत तीन पुलिसकर्मी मारे गए। स्थानीय मीडिया ने जिला पुलिस प्रवक्ता याकूब ज़ुल्करनैन के हवाले से यह खबर दी। मंगलवार को ही केपी में एक धमाके में असिस्टेंट कमिश्नर की मौत हो गई थी।
ज़ुल्करनैन ने कहा, “पनियाला इलाके में धमाका करने के लिए एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस का इस्तेमाल किया गया था।”
पाकिस्तान के प्रमुख मीडिया आउटलेट डॉन के मुताबिक पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि हमले में एएसआई गुल आलम, कांस्टेबल रफीक और मोबाइल वैन के ड्राइवर की मौत हो गई, जबकि उनके साथ मौजूद एक और कांस्टेबल को कोई चोट नहीं आई।
सुरक्षा बलों ने वारदात वाली जगह को घेर लिया है और सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा, “पुलिस हमलावरों की तलाश कर रही है और मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है।”
इसके अलावा, डीआई खान डीपीओ सज्जाद अहमद साहिबजादा के दफ्तर से जारी एक बयान में कहा गया कि यह हमला “अज्ञात आतंकवादियों” ने किया था।
बयान में कहा गया कि डीपीओ ने मीडिया से भी बात की और कहा, “आतंकवादियों ने कायरतापूर्ण हमला किया है, लेकिन ऐसी हरकतें पुलिस का हौसला कम नहीं कर सकतीं।”
एक दिन पहले ही खैबर पख्तूनख्वा में नॉर्थ वजीरिस्तान के असिस्टेंट कमिश्नर शाह वली खान के काफिले को निशाना बनाया गया था, जिसमें खान की मौत हो गई थी।
शाह वली खान अपनी टीम के साथ बन्नू-मीरनशाह रोड पर जा रहे थे, तभी हमलावरों ने मासूमाबाद ममंदखेल के पास उनके काफिले पर हमला किया। उनकी मौके पर ही मौत हो गई, जबकि हमले में उनकी सुरक्षा में तैनात पुलिस वाले और एक राहगीर भी मारे गए।
वारदात में शाह वली खान की सिक्योरिटी स्टाफ के दो सदस्यों और काफिले के ड्राइवर समेत तीन लोग घायल हो गए थे। सभी घायलों को इलाज के लिए हॉस्पिटल ले जाया गया।
पाकिस्तान में पिछले साल, खासकर खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में सत्ता विरोधी गतिविधियों में बढ़ोतरी हुई है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने नवंबर 2022 में सरकार के साथ सीजफायर समझौता खत्म होने के बाद हमले तेज कर दिए हैं।
सोमवार को, खैबर पख्तूनख्वा के लक्की मरवत जिले में एक सिक्योरिटी गाड़ी को निशाना बनाकर किए गए एक सुसाइड ब्लास्ट में एक पुलिस वाला मारा गया था और तीन अन्य घायल हो गए थे।
इस बीच, इस्लामाबाद के सेंटर फॉर रिसर्च एंड सिक्योरिटी स्टडीज (सीआरएसएस) ने अपनी नवीनतम सुरक्षा रिपोर्ट में बताया कि पाकिस्तान में 2025 की तीसरी तिमाही में सिक्योरिटी एरिया में कुल हिंसा में 46 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है।
रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में इस दौरान 901 मौतें हुईं और 599 लोग घायल हुए। इनमें आम लोग, सुरक्षा कर्मी और अपराधी भी शामिल हैं।

