कोलकाता, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को पश्चिम बंगाल के भाजपा सांसदों के साथ खास बैठक की। इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है. क्योंकि बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। पीएम मोदी ने इस मुलाकात के जरिए सांसदों को साफ संदेश दिया कि अब मेहनत का समय है और जीत सुनिश्चित करने के लिए हर स्तर पर तैयारी करनी होगी।
पीएम मोदी ने सांसदों से कहा कि बंगाल में भाजपा अब काफी आगे बढ़ चुकी है, लेकिन लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। जो काम अभी बाकी हैं, उन्हें पूरा करना जरूरी है। उन्होंने सांसदों को जमीन पर जाकर पार्टी की मजबूती दिखाने, जनता से लगातार जुड़ने और लोगों तक अपनी बात पहुंचाने पर जोर दिया।
बैठक में पीएम मोदी ने एसआईआर प्रक्रिया के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि ये प्रक्रिया होनी ही है और इसे पूरे पारदर्शी तरीके से करना चाहिए। सांसदों को निर्देश दिया गया कि केंद्र सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों से लगातार संपर्क बनाए रखें और यह सुनिश्चित करें कि योजनाओं के फायदे सीधे लोगों तक पहुंचें। साथ ही सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके केंद्र सरकार के कामों को जनता तक पहुंचाने का भी आदेश दिया गया।
प्रधानमंत्री ने बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि खगेन मुर्मू समेत सांसदों पर हुए हमलों को जनता तक सही तरीके से हाइलाइट करना जरूरी है। इससे लोग समझ सकेंगे कि राज्य में हिंसा किस वजह से हो रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य के हालात को लेकर साफ बातचीत और लोगों तक सही जानकारी पहुंचाना बहुत जरूरी है। पार्टी को जमीन पर जो हो रहा है, उसके मुकाबले में मजबूती से खड़ा रहना होगा।
पीएम मोदी ने सांसदों से यह भी कहा कि वे डिटेल्ड प्रजेंटेशन तैयार करना शुरू करें। इसका मकसद यह है कि आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पॉलिटिकल प्लानिंग पूरी तरह तैयार हो। सिर्फ योजना बनाना ही काफी नहीं है, उसे जमीन पर लागू करना और जनता तक पहुंचाना भी उतना ही जरूरी है।
बैठक के बाद सांसद जगन्नाथ सरकार ने बताया कि पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल के सभी बीजेपी सांसदों की बैठक ली। इस दौरान वे भी बैठक में मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि बैठक में राज्य की वर्तमान स्थिति पर चर्चा हुई। बंगाल में अभी प्रशासन सही ढंग से काम नहीं कर रहा। एसआईआर और खगन मुर्मू पर हुए हमले को लेकर भी बात हुई।
उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ने निर्देश दिए हैं कि चुनाव से पहले सही ढंग से एसआईआर प्रक्रिया की जानी चाहिए, ताकि ऐसे नामों को हटाया जा सके जो घुसपैठिए हैं या फिर एक से ज्यादा बार वोटर लिस्ट में नाम हैं। चुनाव पूरी तरह से निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से होने चाहिए। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के निर्देशों के अनुसार ही आगे का काम किया जाएगा।

