नई दिल्ली, 22 दिसंबर (आईएएनएस)। दिल्ली में वायु प्रदूषण अपने खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है और ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप-4) की सख्त पाबंदियां लागू हैं। इसके बावजूद राजधानी में नियमों के उल्लंघन के आरोप लगातार सामने आ रहे हैं।
आम आदमी पार्टी (आप) के दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि ग्रेप-4 के दौरान भी कोंडली स्थित दिल्ली सरकार के अधीन एसटीपी प्लांट में एक ब्रिक प्लांट धड़ल्ले से चल रहा है, जिससे भारी मात्रा में धुआं निकल रहा है। सौरभ भारद्वाज ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कोंडली एसटीपी में चल रहे ब्रिक प्लांट का वीडियो साझा किया था।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार केवल प्रचार और नौटंकी में व्यस्त है, जबकि जमीनी स्तर पर ग्रेप-4 के नियमों का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है। क्या दिल्ली में प्रदूषण कम करने की जिम्मेदारी सिर्फ आम जनता और विपक्ष की है, जबकि सरकार आंखें मूंदकर बैठी है।
कोंडली से “आप” विधायक कुलदीप कुमार ने मौके पर पहुंचकर ब्रिक प्लांट का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि यह एसएसपी प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी का स्लज मैनेजमेंट प्लांट है, जो एसटीपी से निकलने वाले कचरे से ईंटें बनाने का काम कर रही है। निरीक्षण के दौरान प्लांट से निकल रहे घने धुएं को दिखाते हुए कुलदीप कुमार ने कहा कि ग्रेप-4 के तहत ऐसे सभी प्रदूषणकारी कार्य पूरी तरह प्रतिबंधित हैं, इसके बावजूद यह प्लांट चलाया जा रहा है।
उन्होंने मौके पर मौजूद कर्मचारियों को फटकार लगाते हुए प्लांट को तत्काल बंद करने के निर्देश दिए। कुलदीप कुमार ने कहा कि रविवार को दिल्ली का एक्यूआई 800 के पार पहुंच चुका है, जो बेहद गंभीर स्थिति को दर्शाता है। एक ओर भाजपा सरकार तंदूर तक बंद कराने और निर्माण कार्यों पर रोक लगाने के दावे कर रही है, वहीं दूसरी ओर न्यू कोंडली और मयूर विहार फेज-3 स्थित दिल्ली जल बोर्ड के प्लांट परिसर में लगातार जहरीला धुआं निकल रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर दिन में यह हाल है, तो रात के समय पूरे इलाके में इसका और भी भयावह असर पड़ता है, जिससे बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।
आप विधायक ने कहा कि मयूर विहार फेज-3, कोंडली, कल्याणपुरी, खिचड़ीपुर और वसुंधरा एन्क्लेव के लोग प्रदूषण के कारण सांस लेने में दिक्कत झेल रहे हैं, लेकिन भाजपा सरकार पूरी तरह मौन है। उन्होंने राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी), केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) से इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की।
साथ ही कंपनी पर भारी जुर्माना लगाने और ग्रेप-4 के उल्लंघन के लिए उसे काली सूची में डालने की मांग भी की। कुलदीप कुमार ने दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से अपील की कि वे स्वयं मौके पर जाकर हालात का जायजा लें। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के वादे बड़े हैं, लेकिन काम शून्य है और दिल्ली की जनता इसका खामियाजा अपनी सेहत से चुका रही है।

