मुंबई, 22 दिसंबर (आईएएनएस)। महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन के अंदर टूट देखने को मिल रही है। बीएमसी (बृहन्मुंबई महानगरपालिका) चुनाव से पहले कांग्रेस ने प्रदेश में अकेले लड़ने का ऐलान किया है। इस बीच शिवसेना (यूबीटी) के प्रवक्ता आनंद दुबे ने सोमवार को कांग्रेस पर निशाना साधा।
आनंद दुबे ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “कांग्रेस को चुनाव किसके साथ लड़ना है या किसके साथ नहीं लड़ना है, यह तय करना उनका अधिकार है। कांग्रेस ने बिहार में 61 सीटों पर चुनाव लड़ा था और सबने देखा कि उसे कितनी सीटें मिलीं।”
उन्होंने कहा, “पिछले 35-40 सालों से हरियाणा, महाराष्ट्र, यूपी-बिहार में कांग्रेस का कोई वजूद नहीं है। पश्चिम बंगाल, गुजरात और तमिलनाडु जैसे राज्यों में भी वह कई सालों से सत्ता से बाहर है। इसके बावजूद हमने 2019 में कांग्रेस को अपने साथ लिया और उसे बीच मझधार से किनारे तक पहुंचाया, लेकिन किनारे पहुंचते ही कांग्रेस नेताओं में घमंड आ गया। मुंबई में कांग्रेस का कोई वजूद नहीं है। यहां वह सिर्फ एक टूरिस्ट पार्टी है।”
सीट शेयरिंग को लेकर आनंद दुबे ने कहा, “संजय राउत लगातार राज ठाकरे के संपर्क में हैं। सीट शेयरिंग कभी भी फाइनल हो सकती है। कौन कहां से और कैसे चुनाव लड़ेगा, इसकी डिटेल जल्द ही अनाउंस की जाएंगी। नामांकन प्रक्रिया कल से शुरू होगी और एक सप्ताह तक चलेगी। हमारे कई उम्मीदवार नॉमिनेशन फाइल करना शुरू कर देंगे।”
उत्तराखंड के सरकारी स्कूलों में भगवद गीता का पाठ अनिवार्य किए जाने पर शिवसेना (यूबीटी) के प्रवक्ता ने कहा, “यह एक स्वागत योग्य कदम है। भगवद गीता का प्रभाव न सिर्फ भारत में बल्कि पूरी दुनिया में है। जब भगवान कृष्ण ने अर्जुन को गीता की जो शिक्षा दी, उस पर पूरी दुनिया गौर करती है। पुष्कर सिंह धामी की तरह हम भी यह सुनिश्चित करने की कोशिश करेंगे कि देवेंद्र फडणवीस भी स्कूलों के सिलेबस में भगवद गीता को शामिल करें।”

