धार, 23 दिसंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने स्वस्थ और बेहतर जीवन के लिए बीमारी से पहले जीवनशैली में बदलाव को जरूरी बताया है और इस पर ध्यान भी दिया जा रहा है।
मध्य प्रदेश के धार जिले में पीपीपी मॉडल पर बनाए जा रहे चिकित्सा महाविद्यालय के भूमिपूजन समारोह में नड्डा ने कहा कि अब देश में क्यूरेटिव से पहले प्रिवेंटिव क्योर पर जोर दिया जा रहा है, यानी बीमारी से पहले रोकथाम और जीवनशैली में बदलाव पर ध्यान दिया जा रहा है। होलिस्टिक मेडिसिन के लिए देश में 1 लाख 81 हजार आयुष्मान आरोग्य मंदिर संचालित हैं। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर कदम बढ़ा रहा है।
केन्द्रीय मंत्री नड्डा ने कहा कि देश में 2014 में 387 मेडिकल कॉलेज और 51 हजार एमबीबीएस सीटें थीं, आज 819 मेडिकल कॉलेज और एमबीबीएस के लिए 1 लाख 29 हजार सीटें हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने 2030 से पहले 75 हजार सीटें बढ़ाने का लक्ष्य रखा है। मध्यप्रदेश में अगले महीने कटनी और पन्ना मेडिकल कॉलेज का भी भूमि-पूजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत सरकार और राज्य सरकार फाउंडेशन की इस नवाचारी पहल के साथ खड़ी है। धार में मेडिकल कॉलेज खुलने से गांव-गांव में डॉक्टर पहुंचेंगे। यहां से निकलने वाले पीजी डॉक्टर भी मध्यप्रदेश की सेवा में लग जाएंगे। हम सत्ता को भोगने के लिए नहीं, सेवा करने के लिए आए हैं।
केन्द्रीय मंत्री नड्डा ने कहा कि पीएम मित्र पार्क के माध्यम से धार के कपास उत्पादकों को सौगात मिली है। मध्यप्रदेश सरकार ने एयर एंबुलेंस की सुविधा देश में सबसे पहले मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मध्यप्रदेश में शुरू की है। राज्य में संवेदनशील सरकार है; मुश्किल समय में लोगों को शव वाहन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि इसी वर्ष अगस्त माह में पीपीपी मॉडल पर बैतूल, कटनी, धार और पन्ना में चार नए चिकित्सा महाविद्यालय स्थापित करने के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर हुए थे। आज धार और बैतूल का शिलान्यास हो रहा है। शीघ्र ही कटनी और पन्ना में भी मेडिकल कॉलेजों का शिलान्यास किया जाएगा।
दरअसल, धार जिले में 260 करोड़ रुपये की लागत से 25 एकड़ भूमि पर मेडिकल कॉलेज का निर्माण किया जा रहा है। इस मेडिकल कॉलेज के लिए स्वामी विवेकानंद शिक्षा धाम फाउंडेशन ने सरकार के साथ हाथ मिलाया है। फाउंडेशन को 25 एकड़ जमीन एक रुपये की लीज पर देकर राज्य सरकार ने स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा को मजबूत करने का रास्ता खोला है। यहां नर्सिंग एवं पैरामेडिकल के कोर्स भी संचालित किए जाएंगे।

