पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह की जयंती पर हिसार में मनाया गया किसान दिवस, आशीष मेहता को मिला किसान रत्न सम्मान

0
7

हिसार, 23 दिसंबर (आईएएनएस)। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी चरण सिंह की जयंती के उपलक्ष्य में आज किसान दिवस मनाया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर. काम्बोज समारोह में मुख्य अतिथि रहे।

इस दौरान सिरसा के गांव सुकेरा खेड़ा के आशीष मेहता को किसान रत्न अवार्ड से सम्मानित किया गया। उन्हें स्मृति चिन्ह, प्रमाणपत्र और 31 हजार रुपए ईनाम के तौर पर दिए गए। आशीष मेहता एक प्रगतिशील, नवाचारी एवं तकनीक-समर्थ कृषक हैं। वे धान, गेहूं, कपास, गन्ना, दलहन-तिलहन, सब्जी एवं फल फसलों की विविध खेती के साथ जैविक कृषि को सफलतापूर्वक अपना रहे हैं।

फसल अवशेष प्रबंधन हेतु हैप्पी सीडर का उपयोग कर उन्होंने पराली जलाने की समस्या का पर्यावरण-अनुकूल समाधान प्रस्तुत किया है, जिससे मृदा स्वास्थ्य एवं उत्पादकता में सुधार हुआ है। आशीष मेहता गुड एग्रीकल्चरल प्रैक्टिसेज, एकीकृत पोषक तत्व प्रबंधन तथा एकीकृत कीट प्रबंधन तकनीकों का नियमित प्रयोग करते हैं। वे एक प्रशिक्षित ड्रोन पायलट भी हैं, जिससे सटीक छिड़काव, फसल निगरानी एवं लागत में कमी संभव हुई है।

ड्रिप और माइक्रो-स्प्रिंकलर सिंचाई, वर्मी-कम्पोस्ट, जैविक सब्जी नर्सरी, डेयरी एवं बकरी पालन जैसे सहायक उद्यम अपनाकर उन्होंने कृषि को एक समग्र उद्यम के रूप में विकसित किया है। इस अवसर पर प्रदेश के प्रत्येक जिले से एक महिला और एक पुरुष प्रगतिशील किसान को भी उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिए सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए कुलपति प्रोफेसर बीआर काम्बोज ने कहा कि किसान दिवस के उपलक्ष्य में आज 42 महिला और पुरुष किसानों को सम्मानित किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि 2047 तक हमारा देश विकसित राष्ट्रों की सूची में शामिल हो। इसके लिए हमें हमारे प्राकृतिक संसाधनों को संचित करना पड़ेगा। इसी के तहत प्राकृतिक खेती और मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार फसलों की नई किस्में तैयार करने में अग्रणी रहता है। कुछ दिन पहले ही विश्वविद्यालय की तरफ से सरसों की नई किस्म ईजाद की गई है, जो किसानों को पसंद आ रही है। कुलपति ने कहा कि हमारे युवाओं के नवाचार बिज़नेस आइडिया में परिवर्तित हों, इसके लिए विश्वविद्यालय ने एग्री बिजनेस इनक्यूबेशन सेंटर की स्थापना की है।

किसान रत्न अवार्ड से सम्मानित किसान आशीष मेहता ने कहा कि मैं अपनी मृदा की सेहत के लिए हमेशा से सजग रहा हूं। मेरा प्रयास रहा है कि फसलों में कम से कम कीटनाशकों का प्रयोग करके अधिक से अधिक फसल पैदा की जाए। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों से फसल अवशेष प्रबंधन पर भी कार्य कर रहे हैं। इससे हमारे खेत की मिट्टी के स्वास्थ्य में अभूतपूर्व लाभ मिला। आज मुझे किसान रत्न सम्मान मिलना गौरव की बात है।

उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय ने समय-समय पर मेरा मार्गदर्शन किया है। जैविक खेती को सरकार द्वारा बढ़ावा देना एक बहुत बड़ी बात है।