नई दिल्ली, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी मोहम्मद कैफ ने टी20 विश्व कप 2026 में भारतीय टीम के चयन के लिए अजीत अगरकर की अध्यक्षता वाली चयन समिति की बनाई रणनीति की आलोचना की है।
मोहम्मद कैफ ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, “शुभमन गिल को टी20 में वापस लाना जरूरी नहीं था। भारत के पास इस फॉर्मेट के लिए बेहतर विकल्प मौजूद थे। गिल को वापस लाना चयनकर्ताओं की गलती थी। इस फैसले से भारतीय टी20 टीम दो से तीन महीने के लिए पीछे चली गई। आप जायसवाल, सैमसन और जितेश में इन्वेस्ट कर सकते थे।”
कैफ ने अक्षर पटेल से उपकप्तानी लेकर शुभमन गिल को टी20 का उपकप्तान बनाने के चयनकर्ताओं के फैसले की भी आलोचना की।
उन्होंने कहा, “अक्षर को फिर से उपकप्तान बनाया गया है, लेकिन बदलाव की वजह से उन्होंने जरूरी महीने गंवा दिए जिनका इस्तेमाल विश्व कप से पहले सूर्यकुमार के साथ काम करते हुए वह अपनी नेतृत्व क्षमता को बेहतर बना सकते थे। अगर वह उपकप्तान बने रहते, तो वह टीम मीटिंग का हिस्सा होते, और उन्हें अपनी लीडरशिप पर काम करने का समय मिलता। मान लीजिए सूर्या चोटिल हो जाते हैं, तो अगर अक्षर के पास उपकप्तान के तौर पर वे दो से तीन महीने होते, तो उन्हें अपनी टीम और खिलाड़ियों के बारे में ज्यादा पता होता। अगर उन्हें कप्तानी करनी होती, तो वह बेहतर तरीके से तैयार होते, इसलिए उनसे वह मौका छीन लिया गया।”
कैफ ने कहा कि शुभमन गिल को टी20 से ड्रॉप करने का फैसला सही था, लेकिन देर से लिया गया। यह चयनकर्ताओं की खराब रणनीति को दिखाता है। रणनीति के नाम पर समय की बर्बादी की गई है।
एशिया कप 2025 से पहले शुभमन गिल को टी20 फॉर्मेट का उपकप्तान बनाया गया था। संजू सैमसन की जगह गिल से अभिषेक शर्मा के साथ पारी की शुरुआत भी कराई। चयनकर्ताओं के भरोसे पर गिल खरे नहीं उतरे और अंतत: उन्हें टी20 विश्व कप 2026 की टीम से ड्रॉप कर दिया गया और उनकी जगह ईशान किशन की टीम में वापसी कराई गई और अक्षर पटेल को फिर से उपकप्तान बना दिया गया।

