बोकारो में 20 मेगावाट सोलर पावर प्लांट का उद्घाटन, पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता होगी कम

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बोकारो, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। झारखंड में बोकारो जिले के दुगदा स्थित बीसीसीएल के कोल वाशरी प्लांट परिसर में स्थापित 20 मेगावाट क्षमता वाले सोलर पावर प्लांट शुरू हो गया है। केंद्रीय कोयला मंत्री जी. किशन रेड्डी ने धनबाद स्थित कोयला भवन से ऑनलाइन माध्यम के जरिए प्लांट का उद्घाटन किया। इस महत्वाकांक्षी परियोजना का उद्घाटन किया।

कोल इंडिया की ओर से करीब 138 करोड़ रुपए की लागत से स्थापित यह सोलर पावर प्लांट दुगदा कोल वाशरी परिसर में लगाया गया है। यह परियोजना देश में स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने की दिशा में एक अहम पहल मानी जा रही है। प्लांट से उत्पादित बिजली का उपयोग कोयला उत्पादन से जुड़े कार्यों के साथ-साथ राज्य के पावर ग्रिड को भी सशक्त करेगा।

यह सोलर पावर प्लांट 31 मार्च 2025 से नियमित रूप से 20 मेगावाट विद्युत उत्पादन कर रहा है और डीवीसी चंद्रपुरा के पावर ग्रिड को बिजली की आपूर्ति कर रहा है। इससे न केवल पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता कम होगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण को भी मजबूती मिलेगी।

उद्घाटन के दौरान केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि कोल इंडिया द्वारा कोयला क्षेत्र में नवीकरणीय ऊर्जा की दिशा में उठाया गया यह कदम विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

उन्होंने कहा कि देश को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ पर्यावरण संतुलन बनाए रखना भी सरकार की प्राथमिकता है। कोल इंडिया चेयरमैन बी. साईं राम ने बताया कि आने वाले समय में कोल इंडिया की विभिन्न इकाइयों में सोलर और अन्य नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं को और विस्तार दिया जाएगा।

वहीं बीसीसीएल के सीएमडी मनोज कुमार अग्रवाल ने कहा कि दुगदा सोलर पावर प्लांट न सिर्फ ऊर्जा उत्पादन में मदद करेगा, बल्कि क्षेत्रीय विकास और रोजगार के अवसर भी पैदा करेगा। इस परियोजना की शुरुआत से स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा मिलेगा और देश के ऊर्जा क्षेत्र में हरित परिवर्तन को नई गति मिलेगी।

इस अवसर पर अधिकारियों ने कहा कि कंपनी कार्बन फुटप्रिंट को कम करने और शून्य प्रतिशत कार्बन विसर्जन के लिए काम कर रही है। कोल इंडिया की खाली पड़ी जमीन पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाकर बिजली उत्पादन बढ़ाना और वायुमंडल में कार्बन उत्सर्जन को कम करना बहुत जरूरी है।