रायपुर/भिलाई, 26 दिसंबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के बागेश्वर धाम के प्रमुख और आध्यात्मिक गुरु धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (बागेश्वर बाबा) ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हालिया हमलों की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इन घटनाओं को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताया और वहां अल्पसंख्यक समुदाय के विलुप्त होने की आशंका जताई।
भिलाई के जयंती स्टेडियम में 29 दिसंबर तक चलने वाले पांच दिवसीय हनुमंत कथा कार्यक्रम के लिए रायपुर पहुंचने पर बागेश्वर बाबा पत्रकारों से बात कर रहे थे। धीरेंद्र शास्त्री ने चल रहे धार्मिक प्रवचन को ‘शुभ’ बताया और अंतरराष्ट्रीय चिंताओं की ओर ध्यान केंद्रित किया।
दीपू चंद्र दास की लिंचिंग के बाद 24 दिसंबर की देर रात बांग्लादेश के राजबारी जिले में एक अन्य हिंदू व्यक्ति पर भीड़ ने हमला किया। मृतक की पहचान 29 वर्षीय अमृत मंडल उर्फ सम्राट के रूप में हुई है, जिसे पांगशा उपजिला के होसैंडांगा पुराने बाजार में पीटा गया था और हमले के तुरंत बाद उसकी मौत हो गई।
धीरेंद्र शास्त्री ने बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा की ताजा घटनाओं पर प्रकाश डाला, जिनमें अमृत मंडल की पीट-पीटकर हत्या और इससे पहले ईशनिंदा के आरोपों पर हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की हत्या और जलाकर हत्या करना शामिल है। ये घटनाएं व्यापक अशांति के बीच घटी हैं।
उन्होंने पूरे भारत के हिंदुओं से सतर्क रहने और एकजुट होने की अपील की। उन्होंने कहा कि अगर हम अभी उनकी मदद के लिए आगे नहीं आए तो हिंदू एकता का कोई अर्थ नहीं रह जाएगा।
उन्होंने भारत सरकार से निर्णायक हस्तक्षेप करने का आग्रह किया और अवैध प्रवासियों, विशेष रूप से रोहिंग्या शरणार्थियों, को निर्वासित करने के लिए सिस्टम बनाने की वकालत की। इसके साथ ही उन्होंने उत्पीड़ित बांग्लादेशी हिंदुओं के लिए भारत में शरण लेने के रास्ते खोलने की बात कही।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए तो बांग्लादेश में हिंदुओं की पहचान गंभीर खतरे में पड़ जाएगी। उन्हें जबरन धर्मांतरण या इससे भी बदतर स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।
पिछले दिनों छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम द्वारा अंधविश्वास और धार्मिक कथाओं जैसे मुद्दों पर बागेश्वर बाबा की आलोचना से जुड़े सवालों का भी उन्होंने जवाब दिया।
दरअसल, भूपेश बघेल ने सवाल उठाया कि अगर शास्त्री मरीजों को ठीक करने की आध्यात्मिक शक्तियों का दावा करते हैं तो वे कैंसर अस्पताल क्यों खोल रहे हैं?
इस पर शास्त्री ने कहा कि हमें जो भी दान मिलता है, उसे सामाजिक कल्याण में लगाया जाता है, वंचित लड़कियों के विवाह में सहायता की जाती है, कैंसर अस्पताल बनाया जाता है, और अन्य धर्मार्थ कार्य किए जाते हैं।

