नई दिल्ली, 10 अप्रैल (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी का कहना है कि तिहाड़ जेल में बंद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने विधायकों व दिल्ली की जनता के लिए संदेश भेजना चाहते हैं, लेकिन वह ऐसा नहीं कर पा रहे हैं।
ऐसे में कानून व राजनीति के कई विशेषज्ञों का मानना है कि जब मुख्यमंत्री संदेश तक नहीं भेज सकते हैं तो वह नियमित तौर पर जेल से सरकार कैसे चलाएंगे। ऐसे में सरकार और जनहित से जुड़े कार्यों में अवरोध आ सकता है। यही कारण है कि भाजपा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की मांग और तेज कर दी है।
वहीं आप सांसद संजय सिंह से जब पूछा गया कि मंगलवार को हाई कोर्ट द्वारा दिए गए निर्णय के बाद क्या मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इस्तीफा नहीं दे देना चाहिए, इस पर उन्होंने कई नेताओं व मंत्रियों एवं मुख्यमंत्री के नाम गिनाए और उन पर विभिन्न आरोप लगाए। संजय सिंह ने केजरीवाल के इस्तीफे से इनकार करते हुए उल्टा सत्ता पक्ष के मंत्रियों से इस्तीफे की मांग कर डाली।
संजय सिंह के मुताबिक जेल में बंद अपराधियों को जो अधिकार दिए गए हैं, केजरीवाल को उन सामान्य अधिकारों से भी वंचित रखा गया है। जबकि अरविंद केजरीवाल तीन बार चुनकर आए हुए मुख्यमंत्री हैं।
संजय सिंह ने कहा कि जेल में बंद अपराधी अपने परिचितों से मुलाकात कर सकते हैं, बात कर सकते हैं। वहीं मुख्यमंत्री केजरीवाल ने 2 दिन पहले अपने वकील से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान उन्होंने संदेश भेजा कि दिल्ली के उनके विधायक प्रतिदिन अपने क्षेत्र में जाएं, जनता की समस्याओं को सुनें और उसका समाधान करें।
संजय सिंह का कहना है कि सीएम द्वारा संदेश भेजे जाने के कारण उन पर इंक्वारी बिठा दी गई है। इसकी जांच कराई जा रही है। संजय सिंह के मुताबिक जेल में वकीलों से मुलाकात के दौरान केजरीवाल के आसपास कई पुलिस वाले खड़े कर दिए जाते हैं, जबकि सामान्यत: जेल में वकील से मुलाकात के दौरान ऐसा नहीं होता।
आम आदमी पार्टी का कहना है कि जेल में बंद केजरीवाल से मुलाकात के लिए बुधवार को राज्यसभा सांसद संजय सिंह और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को इजाजत मिली थी। हालांकि बाद में कैंसिल कर दी गई। इस मुलाकात को लेकर संजय सिंह ने कहा कि हमें मुलाकात का टोकन नंबर दे दिया गया था, लेकिन बाद में वह टोकन नंबर रद्द कर दिया गया।
संजय सिंह ने कहा कि यह कार्रवाई एक बड़ा सवाल खड़ा करती है। उन्होंने कहा कि अब उन्हें नए सिरे से मुलाकात का समय दिया गया है।