इंडिया नेट बुक्स अवार्ड में आरएनटीयू चमका, संतोष चौबे “परम विशिष्ट साहित्य विभूषण सम्मान ” से हुए अलंकृत

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भोपाल : 11 मार्च/ संतोष चौबे, वरिष्ठ कवि तथा कथाकार कुलाधिपति, रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय एवं निदेशक, विश्व रंग को उनके समग्र साहित्यिक अवदान के लिए इंडिया नेटबुक्स तथा बीपीए फ़ाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में नई दिल्ली में आयोजित गरिमामय अलंकरण समारोह में ’परम विशिष्ट साहित्य विभूषण सम्मान’ (महाकवि कालिदास सम्मान)’ से अलंकृत किया गया। ज्ञात हो कि इंडिया नेटबुक्स देश का प्रतिष्ठित प्रकाशन संस्थान है।

इस अवसर पर वरिष्ठ कथाकार ममता कालिया, चित्रा मुद्गल, सूर्यबाला, नासिरा शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार श्री राहुल देव, मध्यप्रदेश साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे, वरिष्ठ व्यंग्यकार डॉ. प्रेम जनमेजय, एन.बी.टी. के संपादक श्री ललित लालित्य, डॉ. गिरीश पंकज, श्री हरि सुमन बिष्ट, उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान से अनिता दुबे, बीपीए फाउंडेशन एवं इंडिया नेटबुक्स के डॉ. संजीव कुमार, श्रीमती मनोरमा, श्रीमती कामना एवं कुमार तनुज सहित बड़ी संख्या में साहित्यकारों की रचनात्मक भागीदारी रही। इस आयोजन में डॉ. जवाहर कर्नावट, सलाहकार प्रवासी भारतीय साहित्य एवं संस्कृति शोध केन्द्र रबीन्द्रनाथ टैगोर विष्वविद्यालय को पुष्पा देवी अवस्थी साहित्य विभूषण सम्मान से सम्मानित किया गया। लघुकथा साहित्य के क्षेत्र में श्रीमती कांता राय, समन्वयक प्रवासी भारतीय साहित्य एवं संस्कृति शोध केन्द्र रबीन्द्रनाथ टैगोर विष्वविद्यालय को इंडिया नेट बुक्स साहित्य रत्न सम्मान लघु कथा साहित्य के लिये प्रदान किया गया।

उल्लेखनीय है कि संतोष चौबे को पूर्व में अनेक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सम्मानों से सम्मानित किया गया है। जिनमें उपन्यास (सपनो की दुनिया में ब्लेक होल) के लिये द्राक्षा रत्न सम्मान 2024, कविता (कहीं और सच होंगे सपने) के लिए मध्यप्रदेश साहित्य परिषद् का दुष्यंत कुमार पुरस्कार, आलोचना (कला की संगत) के लिए स्पंदन आलोचना सम्मान, अनुवाद (मास्को डायरी) के लिए मध्यप्रदेश राष्ट्रभाषा प्रचार समिति का पुरस्कार एवं उपन्यास (जलतरंग) के लिए शैलेश मटियानी तथा अन्तरराष्ट्रीय वैली ऑफ वडर्स पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। समग्र साहित्यिक अवदान के लिए उन्हें राष्ट्रीय दुष्यंत एवं शिवमंगल सिंह सुमन अलंकरण भी प्राप्त हुए हैं।

परम विशिष्ट साहित्य विभूषण सम्मान (महाकवि कालिदास सम्मान) से अलंकृत होने पर श्री संतोष चौबे जी को विश्व रंग, अंतरराष्ट्रीय हिंदी केन्द्र, वनमाली सृजन पीठ, रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय, स्कोप ग्लोबल स्किल्स विश्वविद्यालय और सभी सहयोगी संस्थाओं ने हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं।