नई दिल्ली, 31 मई (आईएएनएस)। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने कर्नाटक की कांग्रेस सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि कर्नाटक सरकार को जिहादियों के सामने समर्पण करने से बाज आना चाहिए।
विहिप ने खुले में नमाज पढ़ने के मामले में दोषियों के खिलाफ दर्ज किए गए मामले को वापस लेकर उल्टा विहिप कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज करने की निंदा करते हुए कर्नाटक सरकार के खिलाफ राज्यव्यापी आंदोलन की चेतावनी दी है।
विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त महासचिव डॉ. सुरेंद्र जैन ने कर्नाटक में सड़क पर नमाज पढ़ने की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले शुक्रवार को कर्नाटक के मंगलुरु में हजारों मुसलमानों ने सड़कों पर उतरकर नमाज अदा की, घंटों तक ट्रैफिक रूका रहा, स्कूलों से आने वाले बच्चे वाहनों में फंसे रहे, एम्बुलेंस रूक गई। समाज ने इसका विरोध किया जो सोशल मीडिया पर दिखाई दिया। इसी कारण से कर्नाटक की पुलिस ने स्वतः संज्ञान लेते हुए केस दर्ज कर इस अभ्यास को रोकने का प्रयास किया।
जैन ने कहा कि खुले में नमाज इबादत नहीं शक्ति का प्रदर्शन है, यह फसाद है। अपने घर से 25-30 किलोमीटर दूर जाकर शहर के केंद्र में सड़क पर नमाज अदा करना, जिससे पूरा शहर रुक जाए, आखिर यह कौन सी इबादत है।
उन्होंने पुलिस द्वारा दर्ज किए गए केस को वापस लेने के लिए कर्नाटक की सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि ना केवल दोषियों के खिलाफ दर्ज केस को वापस लिया गया, बल्कि, इस मामले में जागरण करने वाले विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं और नेता पर ही उल्टा केस कर दिया गया और यह किसी भी हालत में स्वीकार्य नहीं है।
विहिप नेता ने आगे कहा कि पहले टीपू की पूजा, फिर बजरंग दल पर प्रतिबंध की धमकी और अब हिंदू समाज का जीना दूभर किया जा रहा है। विहिप कार्यकर्ताओं पर दर्ज केस वापस लेकर, खुले में नमाज पढ़कर लोगों को परेशान करने वाले दोषियों के खिलाफ वापस लिए गए केस को फिर से नहीं लगाया गया तो विहिप राज्यव्यापी आंदोलन कर कर्नाटक सरकार का पर्दाफाश करेगी कि चंद वोटों के लालच में कांग्रेस सरकार किस तरह से जिहादियों के सामने समर्पण कर रही है।