लखनऊ, 31 मई (आईएएनएस)। बढ़ती गर्मी में सावर्जनिक स्थानों और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर राहगीरों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए जल जीवन मिशन शहरों में तीन हजार से अधिक जल सेवा केंद्र चलाएगा। इसका पूरा खर्च जल जीवन मिशन से जुड़े एनजीओ, कंपनियां और एजेंसियां उठाएंगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद नमामि गंगे विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने सभी शहरों में जल सेवा केंद्र शुरू करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।
प्रमुख सचिव ने बताया कि जल सेवा केंद्र एक बड़े प्याऊ की तरह काम करेंगे, जहां राहगीरों, श्रद्धालुओं और आम जन को गर्मी में पीने के लिए ठंडा साफ पानी मिल सकेगा। विशेष तौर पर ये केंद्र शहर के अस्पतालों, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, बाजारों, मंदिरों और धार्मिक स्थानों के पास लगाए जाएंगे।
यह व्यवस्था पूरे प्रदेश में शुरू हो गई है। ये सेवा निशुल्क होगी। अयोध्या, वाराणसी, गोरखपुर, प्रयागराज, लखनऊ जैसे शहरों में 51 से अधिक जल सेवा केंद्र बनाए जाएंगे। अयोध्या में राम मंदिर और प्रमुख धार्मिक स्थलों पर जाने वाले सभी रास्तों पर हर दो किलोमीटर की दूरी पर जल सेवा केंद्र स्थापित किए जाएंगे। कुछ ऐसा ही बंदोबस्त वाराणसी, गोरखपुर, प्रयागराज और लखनऊ में भी किया जाएगा। इसके अलावा छोटे जिलों में 40 जल सेवा केंद्र शुरू किए जाएंगे।
अभी तक जल जीवन मिशन के तहत गांवों में पानी सप्लाई होती है। लेकिन ये पहली बार होगा जब विभाग शहरी क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल मुहैया कराएगा। प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में हर घर नल से जल पहुंचाने के सफल प्रयोग के बाद अब जल जीवन मिशन को ये जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके पीछे एक बड़ी वजह ये भी है कि विभाग के पास शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लिए एक बड़ी टीम है, जो हर जिले में मौजूद है। इस काम में विशेषज्ञता होने की वजह से ये टीमें इस संकट की घड़ी में बेहतर काम कर सकती हैं।