सीपीआई ने किया आज सुकमा जिला बंद करने का एलान

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सुकमा

सीपीआई के पूर्व विधायक मनीष कुंजाम ने कहा कि शिक्षक भर्ती में टीईटी, बीएड व डीएड की अनिवार्यता से बस्तर के शिक्षित युवाओं को नुकसान होगा। व्यापम के माध्यम से होने जा रही शिक्षक भर्ती में बस्तर के 90 प्रतिशत बेरोजगार परीक्षा में भाग ही नहीं ले सकेंगे। उन्होने कहा कि सीपीआई ने शिक्षक भर्ती में टीईटी, बीएड व डीएड की अनिवार्यता को खत्म करने लगातार प्रदर्शन कर रही है। इसी मांग को लेकर सीपीआई द्वारा 13 जून को संपूर्ण सुकमा जिला बंद और 15 जून को विशाल रैली के साथ जंगी प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान जिला सचिव रामा सोढ़ी, अधिवक्ता पोडियाम भीमा और राजेश नाग मौजूद थे।

मनीष कुंजाम ने कहा कि सुकमा जिले में ही 700 शिक्षकों की भर्ती होनी है। ऐसे में व्यापम के माध्यम से होने जा रही इस भर्ती में सुकमा ही नहीं बल्कि बस्तर का युवा भी भाग लेने में वंचित हो जाएगा। व्यापम द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती में बस्तर के 10 प्रतिशत युवाओं की नौकरी लग जाए तो बड़ी बात है। बस्तर का शिक्षित युवा व्यापम की शर्तों की अर्हता नहीं रखता है। बाहरी युवाओं को इसका फायदा मिलेगा। मनीष कुंजाम ने कहा कि बस्तर में तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी की भर्ती में स्थानीय युवाओं को ही लेना चाहिए। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और बस्तर के इकलौते मंत्री कवासी लखमा का ध्यान खींचने जिला मुख्यालय सुकमा में 6 जून से क्रमिक धरना और सभा का किया जा रहा है। इसी कड़ी में सीपीआई के बैनर तले 13 जून को संपूर्ण सुकमा जिला को बंद करने का आह्वान किया गया है। इसके बाद 15 जून को विशाल रैली के साथ जंगी प्रदर्शन किया जाएगा।