भोपाल
प्रदेश के दाल व्यापारियों द्वारा दाल के स्टॉक की जानकारी छिपाने का मामला सामने आया है। केेंद्र सरकार ने इस तरह के अवैध कारोबार का खुलासा करने के बाद राज्य शासन से कार्यवाही के लिए कहा है और मुख्य सचिव को इसके संबंध में चिट्ठी भी लिखी है। इसके बाद सभी कलेक्टरों को खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग की ओर से जिलों में दालों के स्टॉक का वेरिफिकेशन कराने के निर्देश जारी किए गए हैं।
केंद्र और राज्य के अधिकारियों के बीच हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग बैठक के बाद पिछले माह खुलासा हुआ कि तुअर और उड़द दाल के ऑनलाइन घोषित स्टॉक और बैंकों में गिरवी स्टॉक में अंतर है। इसके बाद इस मामले में जांच के लिए कहा गया। इसमें कहा गया है कि प्रदेश में तुअर दाल के 90 व्यापारियों ने 8108 मीट्रिक टन और 75 व्यापारियों ने 2544 मीट्रिक टन उड़द दाल बैंकों में ऋण के लिए गिरवी रखे होने की जानकारी दी है जबकि भारत सरकार के पोर्टल पर मात्र 43 तुअर दाल व्यापारियों ने 4690 मीट्रिक टन तुअर दाल और 73 व्यापारियों ने 2157 मीट्रिक टन उड़द दाल के स्टॉक की घोषणा की है। इससे साफ है कि व्यापारियों, मिलर्स और स्टॉकिस्टों द्वारा ऑनलाइन स्टॉक घोषित नहीं किया जा रहा है।