मुंबई
फिल्म ‘72 हूरें’ रिलीज से पहले ही विवादों में घिरती नजर आ रही है। सेंसर बोर्ड (उइऋउ) ने इसके ट्रेलर को आपत्तिजनक मानते हुए रिजेक्ट कर दिया है। अब फिल्म के ट्रेलर को थिएटर में नहीं दिखाया जाएगा। ऐसे में मेकर्स इसे र्सि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ही रिलीज कर सकेंगे। हालांकि ‘72 हूरें’ के ट्रेलर को सेंसर बोर्ड की तरफ से पहले ही हरी झंडी मिल गई थी।
अब मेकर्स ट्रेलर को आज यानी 28 जून को सुबह 11 बजे डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रिलीज करेंगे। रचनात्मक स्वतंत्रता और सेंसरशिप को लेकर अब बहस छिड़ गई है और फिल्म के सह निमार्ता अशोक पंडित ने इस पर नाराजगी जाहिर की है। उइऋउ के इस फैसले से अशोक पंडित खासे खफा हैं। उनका कहना है, वहां बैठे लोग कौन हैं? यह बहुत ही संजीदा मामला है। नेशनल अवॉर्ड विनिंग मूवी के ट्रेलर को सर्टिफिकेट देने से इनकार करने के निर्णय की जवाबदेही सेंसर के सभी अधिकारियों की है। कऋऋक में इंडियन पैनोरमा सेक्शन में भी फिल्म ने प्राइज लिया है। आप कैसे उस फिल्म के ट्रेलर को सर्टिफिकेट देने के लिए इनकार कर सकते हैं। सेंसर बोर्ड में कुछ गड़बड़ है और प्रसून जोशी जवाबदेह हैं। अशोक पंडित ने इस मामले के बाद हुई बातचीत में अपनी नाराजगी व्यक्त की। उनका कहना था, ह्यकुरान और पशु कल्याण के संदर्भ में हटाने के लिए कहा गया है, लेकिन यह अहम नहीं है। अहम बात यह है कि यह नेशनल अवॉर्ड विनिंग मूवी है। फिल्म को सेंसर सर्टिफिकेट जारी कर दिया गया है।
ट्रेलर में वही विजुअल्स हैं तो आप उसे रिजेक्ट कैसे कर सकते हैं? अब हम इसे डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रिलीज करेंगे, पहले इसे पीवीआर में रिलीज किया जाने वाला था। बता दें कि ‘72 हूरें’ को संजय पूरण सिंह चौहान ने निर्देशित किया है और 7 जुलाई को रिलीज होगी। फिल्म में उन युवाओं की कहानी को दिखाया गया है, जिनका ब्रेन वॉश करके ह्यूमन बॉम्बर बनाया जाता है। फिल्म की कहानी को ‘दि केरल स्टोरी’ की तरह बताया जा रहा है। अब मेकर्स इस मामले में उच्च अधिकारियों से बातचीत करेंगे।