भोपाल
मलेरिया डेंगू नियंत्रण के उद्देश्य से जहां पानी जमा है वहां में गम्बुसिया मछली डाली जा रही है। यह मछली मलेरिया डेंगू फैलाने वाले मच्छरों के लार्वा को खाती है, जिससे संक्रमण के खतरे को कम किया जा सकता है। मलेरिया विभाग द्वारा नियमित रूप से फील्ड सर्वे कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही हर दिन अलग-अलग वार्ड में जाकर लार्वा सर्वे कर उन्हें नष्ट कर रहे है।
वहीं लोगों को जमा पानी हटाने की समझाइश दी जा रही है। टीम लोगों से अपील कर रही है कि अपने घर व आसपास गमले, कूलर, टूटा फूटा सामान, टायर, पानी की टंकी इत्यादि में पानी जमा ना रखें। उन्हें नियमित रूप से सात दिवस के भीतर खाली कर सफाई का ध्यान रखें।
बदले मौसम से बढ़ सकते हैं डेंगू के मरीज
अगस्त के महीने में लगातार डेंगू और मलेरिया बढ़ जाता है। इसमें डेंगू के मरीज तेजी से बढ़ते हंै। शहर के कई क्षेत्रों में लगातार डेंगू बढ़ रहा है, इसमें साकेत नगर, कोलार, इंद्रपुरी समेत अनेक इलाके शामिल हैं। अभी तक तकबरीन 130 मरीज मिले चुके हैं। इनमें से 50 मरीज ऐसे हैं जो डेंगू पॉजिटिव हैं, लेकिन जिला मलेरिया कार्यालय के अमले को न तो उनके पते मिल रहे हैं और न ही उनके मोबाइल पर कॉल लग रहा है।
ऐसे में इनके घरों और आसपास के घरों में डेंगू लार्वा सर्वे नहीं हो पाया है। दरअसल, जब भी डेंगू का कोई नया मरीज मिलता है तो उसके घर के साथ ही साथ आसपास के 50 घरों में डेंगू लार्वा सर्वे किया जाता है। जिन घरों में डेंगू लार्वा मिलता है उसे नष्ट करने की कार्रवाई की जाती है। ताकि, डेंगू फैलाने वाले मच्छर पनप ही न पाएं।