तुमकुरु (कर्नाटक), 15 सितंबर (आईएएनएस)। कर्नाटक के बीजेपी विधायक मुनिरत्ना को एक व्यक्ति को जान से मारने की धमकी देने और जातिवादी गाली-गलौज के आरोप में 14 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर कहा है कि विधायक के खिलाफ लगे आरोपों में आवाज की पुष्टि फॉरेंसिक लैब से की जाएगी। इसके बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मुनिरत्ना पर एक समुदाय के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप लगे थे। इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था।
गृह मंत्री ने बताया कि मुनिरत्ना को दो दिनों तक पुलिस हिरासत में रखा गया है। गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि मुनिरत्ना ने इन आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया है कि ऑडियो रिकॉर्डिंग उनकी नहीं है। फॉरेंसिक विशेषज्ञ आवाज की की जांच करेंगे और पुष्टि होने पर कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
इसके अलावा उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने लोगों के बकाया बिजली बिलों को साफ करने के कदम उठाए हैं। हाल ही में नागमंगला में एक जुलूस पर हुए पथराव पर उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट उपलब्ध होने तक कोई निष्कर्ष नहीं निकाला जाएगा। विपक्षी पार्टियों की प्रतिक्रियाओं की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि घटना पूर्वनियोजित थी या नहीं, इसका निर्धारण रिपोर्ट के बाद होगा। इस घटना के बाद इलाके के एक इंस्पेक्टर और डिप्टी एसपी को निलंबित कर दिया गया है।
गृह मंत्री ने कहा कि किसी भी घटना के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।