आंध्र के मुख्यमंत्री ने तिरुमला लड्डू में पशुओं की चर्बी को लेकर टीटीडी से मांगी रिपोर्ट

0
8

अमरावती, 20 सितंबर (आईएएनएस)। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने शुक्रवार को वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के शासनकाल के दौरान कथित तौर पर तिरुमला लड्डू में पशु चर्बी की मौजूदगी पर तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) से रिपोर्ट मांगी है।

श्रद्धालुओं में आक्रोश के बीच इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री नायडू ने टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी को शाम तक एक व्यापक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। सीएम नायडू ने तिरुमला लड्डू की गुणवत्ता के मुद्दे पर मंत्रियों और शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की।

आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, मुख्यमंत्री नायडू ने स्पष्ट किया कि तिरुमला मंदिर की पवित्रता को धूमिल करने और श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि आंध्र सरकार लड्डू प्रसादम बनाने में मिलावटी घी के इस्तेमाल को लेकर गंभीर है। सरकार ने दुनिया भर के भक्तों में पैदा हुए आक्रोश पर ध्यान दिया है।

बता दें कि समीक्षा बैठक में मंत्री अनम रामनारायण रेड्डी, निम्मला रामानायडू, ए. सत्य प्रसाद, कोल्लू रविंद्र और के. पार्थसारथी, मुख्य सचिव नीरभ कुमार प्रसाद और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। नायडू चाहते हैं कि टीटीडी वाईएसआरसीपी शासन के दौरान हुई अनियमितताओं के बारे में एक व्यापक रिपोर्ट प्रस्तुत करे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार धार्मिक प्रमुखों के परामर्श से तिरुमाला की पवित्रता की रक्षा के लिए कदम उठाएगी। उन्होंने मंदिर की परंपराओं और श्रद्धालुओं की आस्था की रक्षा के लिए कदम उठाने का आश्वासन दिया।

इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने तिरुमला लड्डू बनाने में मिलावटी घी के इस्तेमाल से संबंधित मुद्दे पर नायडू से बात की और विस्तृत जानकारी जुटाई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री नड्डा ने इस मुद्दे पर रिपोर्ट मांगी है।

सीएम नायडू ने 18 सितंबर को दावा किया था कि वाईएसआरसीपी शासन के दौरान लड्डू बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले घी में पशुओं की चर्बी थी।

अगले दिन टीडीपी प्रवक्ता अनम वेंकट रमना रेड्डी ने खुलासा किया कि लैब रिपोर्ट से पता चला है कि लड्डू बनाने के लिए इस्तेमाल किए गए घी में गाय की चर्बी, सूअर की चर्बी और मछली का तेल पाया गया था।

गुजरात के राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) में पशुधन और खाद्य विश्लेषण और अध्ययन केंद्र (सीएएलएफ) में किए गए परीक्षण से घी में चर्बी होने की पुष्टि हुई है।