पटना, 28 सितंबर (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के रामलला प्राण-प्रतिष्ठा वाले बयान पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पलटवार किया है।
आईएएनएस से बात करते हुए उन्होंने कहा कि, जो नाच गाने में विश्वास रखता है या जो नचनिया होगा, उसे रामलला प्राण-प्रतिष्ठा समारोह नाच गाना ही लगेगा। उनका यह बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। मेरा मानना है कि जिसकी जैसी भावना रहती है, उसको वहीं दिखाई देता है।
वहीं केंद्र और राज्य सरकार की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि, राज्य में डबल इंजन की सरकार तमाम विकास के कामों को कर रही है। राज्य में विकास के तमाम प्रोजेक्ट चल रहे हैं। केंद्र सरकार का राज्य सरकार को पूरा सहयोग मिल रहा है।
उधर, कांग्रेस प्रवक्ता अतुल लोंढे पाटिल ने राहुल गांधी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि रामलला प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में किसी आम आदमी या दलित को वहां प्रवेश नहीं था। इसमें सबका अधिकार था। वहां सिर्फ दिखावे के लिए लोगों को बुलाया गया था। यह प्राण प्रतिष्ठा किसके लिए की गई थी? जिसके लिए भगवान राम ने इतना त्याग किया, उसे वे भूल गए। इससे पता चलता है कि वे सबरी, नल-नील, सुग्रीव और जामवंत को भूल गए हैं। भगवान राम की पहचान यही है, सबको साथ लेकर चलने की। भगवान राम की पहचान समानता की है। भगवान राम की पहचान सम्मान की है, रामराज्य की है। उस कार्यक्रम में ये सब बातें नहीं थी, ऐसे में राहुल गांधी ने कुछ भी गलत नहीं कहा है।
दरअसल कांग्रेस सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने एक बयान में कहा कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में एक भी किसान, मजदूर, बढ़ई और स्थानीय लोग नहीं दिखे। उस कार्यक्रम में सिर्फ अंबानी और देश के अमीरों को बुलाया गया था। वहां सिर्फ नाच-गाना चल रहा था और मीडिया गुणगान कर रहा था।