मुंबई, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। शिवसेना (यूबीटी) ने अपने मुख्य पत्र ‘सामना’ में हरियाणा की हार से कांग्रेस को सीख लेने की नसीहत दी है जिसे लेकर सियासत गरमा गई है।
मुंबई भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष हितेश जैन ने कहा कि जहां तक शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस की बात है, दोनों दल सत्ता की मलाई के लिए गठबंधन करते हैं। इनका केवल एक ही उद्देश्य है सत्ता हासिल करना। इनकी प्राथमिकता कभी महाराष्ट्र का विकास नहीं रही। जब आप मुख्यमंत्री बनने का खेल खेलते हैं तो स्वाभाविक है कि आपकी हार होगी।
उन्होंने आगे कहा कि शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस का गठबंधन स्वार्थ पर आधारित है। कांग्रेस और शिवसेना एक-दूसरे को नीचा दिखाने का काम करेगी। महाराष्ट्र के लोगों को इसका संज्ञान लेना चाहिए। महाराष्ट्र की जनता आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस गठबंधन को खारिज करेगी। विकास सिर्फ महायुती सरकार दे सकती है। कांग्रेस के पास न तो कोई नेता है, न कोई नीयत है। उनका काम केवल जातियों में विभाजन करना और देश की टुकड़े- टुकड़े करना है।
उन्होंने आगे कहा कि जब 2004 में मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री बने तो सोनिया गांधी के नेतृत्व में जो एनएसी के तमाम सदस्यों ने अर्बन नक्सली एजेंडे को बढ़ावा दिया। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी नीचा दिखाने का काम किया गया। अपने हाल ही में देखा होगा कि राहुल गांधी विदेश गए थे। राहुल गांधी जब विदेश जाते हैं तो भारत को नीचा दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। कांग्रेस का एजेंडा पिछले 10 साल में जातीयता को बढ़ावा देना और अलगाववादी ताकतों का समर्थन करने का रहा है। जो ताकतें भारत को नीचा दिखाने की काम करती हैं उनको सपोर्ट करने का काम कांग्रेस पार्टी करती है।